14 फरवरी से 29 मार्च के बिच आयोजित होने वाले विश्वकप 2015 में सिर्फ 14 दिन बचे है, ऐसे में कुछ पूर्व खिलाड़ी कुछ टीमो को विश्वकप 2015 का प्रबल दावेदार मानती है. अभी हाल ही में मार्टिन क्रो ने न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ्रीका को विश्वकप 2015 की ताज का प्रबल दावेदार माना है, और इसके लिए उन्होंने दोनों टीमो के खिलाडियों की तुलना भी किया, क्यूंकि किसी भी टीम की मजबूती उसके खिलाडियों से होती है, आज हम यहाँ विश्वकप 2015 में भाग लेने वाले टॉप-10 खिलाडियों पर एक नजर डालते है:
1.महेला जयवर्धने (श्रीलंका), 33 मैच:
इस सूचि में पूर्व श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने पहले स्थान पर है, जयवर्धने ने 1997 में अपने वनडे करियर की शुरुआत की थी, और तब से यह उनका 5 वाँ विश्वकप है.
जयवर्धने ने विश्वकप 2007 में एक कप्तान के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में शतक लगा कर श्रीलंका को फाइनल तक पहुंचाया था. उसके बाद 2011 विश्वकप फाइनल में जयवर्धने ने सिर्फ 88 गेंदों में नाबाद 103 रन बनाया था. हालांकि यह मैच श्रीलंका भारत से 6 विकेट से हार गयी थी.
2.कुमार संगकारा (श्रीलंका), 30 मैच:
श्रीलंका के इस विकेट-कीपर बल्लेबाज ने इससे पहले 2003, 2007 और 2011 विश्वकप में हिस्सा लिया है.
संगकारा ने 2003 विश्वकप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 39 रनों की पारी खेली, हालांकि श्रीलंका यह मैच हार गया था, उसके बाद 2007 विश्वकप में संगकारा ने 4 अर्धशतक लगा कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था.
2011 विश्वकप में संगकारा ने श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया और सिर्फ 9 मैचो में 465 रन बनाया, जिसमे न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 111 रनों की महत्वपूर्ण पारी भी शामिल है.
3.ब्रेडन मैकुलम (न्यूज़ीलैंड), 25 मैच:
न्यूज़ीलैंड के वर्तमान कप्तान ब्रेडन मैकुलम इस सूचि में तीसरे स्थान पर है, इसके पहले उन्होंने 3 विश्वकप में हिस्सा लिया है, जिसमे उन्होंने 31.85 की औसत से 414 रन बनाये है.
मैकुलम ने 2011 विश्वकप के दौरान जिम्बाम्बे के खिलाफ नॉट आउट 76 रन और कनाडा के खिलाफ 101 रनों की पारी खेली, साथ ही मैकुलम के नाम विश्वकप में सबसे तेज अर्धशतक लगाने का रिकार्ड है. उन्होंने सिर्फ 20 गेंदों में अर्धशतक लगाया था.
4.डैनियल विटोरी (न्यूज़ीलैंड), 23 मैच:
न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान डैनियल विटोरी का यह 5 वाँ विश्वकप है, उन्होंने अभी तक पिछले 4 संस्करणों में 23 मैच खेले है. जो उन्हें इस साल विश्वकप में शामिल अनुभवी खिलाडियों की सूचि में स्थान प्रदान करता है.
न्यूज़ीलैंड के इस स्पिनर गेंदबाज ने 1997 में अपने वनडे करियर की शुरुआत की, विश्वकप में इनका सर्वश्रेठ प्रदर्सन 2007 में आयरलैंड के खिलाफ रहा है, जिसमे इन्होने 23 रन देकर 4 विकेट लिया था.
5.शाहिद अफरीदी (पाकिस्तान), 20 मैच:
पाकिस्तान के इस विस्फोटक बल्लेबाज ने इससे पहले 1999, 2003, 2007 और 2011 में पाकिस्तान की तरफ से विश्वकप में हिस्सा लिया था, यह उनका 5 वाँ विश्वकप है, अभी तक 4 संस्करणों में उन्होंने 20 मैच खेले है.
अभी तक विश्वकप में उनका सबसे शानदार प्रदर्शन 2011 में केन्या के खिलाफ रहा जिसमे उन्होंने 16 रन देकर 5 विकेट चटकाया था.
6. क्रिस गेल (वेस्टइंडीज), 20 मैच:
क्रिस गेल ने 1999 में अपने करियर की शुरुआत की, अब तक वो 4 बार विश्वकप में वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा रह चुके है.
इस आलराउंडर कैरेबियन बल्लेबाज ने अब तक 8800 से ज्यादा रन बना चूका है, जिस्म 21 शतक और 46 अर्धशतक शामिल है, गेल ने 158 विकेट भी लिए है.
अभी तक का विश्वकप में उनका सबसे शानदार प्रदर्शन 2003 में केन्या के खिलाफ रहा है, जिसमे उन्होंने 119 रनों की शानदार पारी खेली थी.
7.तिलकरत्ने दिलशान (श्रीलंका), 20 मैच:
1999 में जिम्बाम्बे के खिलाफ अपने वनडे करियर की शुरुआत करने वाले इस श्रीलंकाई बल्लेबाज ने अभी तक 300 से अधिक मैचो में 8500 से भी अधिक रन बना चुके है, इससे पहले दिलशान ने 2 विश्वकप मैचो में हिस्सा लिया, विश्वकप 2011 में वो सबसे अधिक रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज रहे है, उन्होंने सिर्फ 9 मैचो में 500 रन बनाया जिसमे उनके द्वारा खेली गयी 144 और 109 रनों की नॉट आउट पारीयां भी शामिल है.
8.जेम्स एंडरसन (इंग्लैंड), 19 मैच:
एंडरसन ने 2003 विश्वकप के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ एक अहम मैच में 29 रन देकर 4 विकेट चटका कर पाकिस्तानी शीर्ष क्रम को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया, जिसके लिये उन्हें मैन आफ द मैच से सम्मानित किया गया. विश्वकप 2015 एंडरसन का चौथा विश्वकप है, इससे पहले उन्होंने 3 विश्वकप में 19 मैच खेले है.
9.माइकल क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया), 18 मैच:
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क मौजूदा ऑस्ट्रेलिया टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी है, और ऑस्ट्रेलिया को उनसे काफी उम्मीद है, फ़िलहाल अभी वो अपनी कमर की इंजरी से उबरने की कोशिश कर रहे है.
क्लार्क ने सिर्फ 23 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया की तरफ से विश्वकप में हिस्सा लिया था, इससे पहले विश्वकप में क्लार्क का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन 2007 में नीदरलैंड के खिलाफ रहा जिसमे उन्होंने नॉट आउट 93 रन बनाये और 2011 में केन्या के खिलाफ भी उन्होंने 93 रनो की पारी खेली.
क्लार्क के बाद शेन वाटसन ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दुसरे सबसे अनुभवी खिलाडी है.
10.युनिस खान (पाकिस्तान), 16 मैच:
युनिस खान शाहिद अफरीदी के बाद पाकिस्तान की तरफ से दुसरे सबसे अनुभवी खिलाडी है, इससे पहले युनिस ने 2003, 2007 और 2011 विश्वकप में हिस्सा लिया है, जिसमे 2011 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गयी 72 रन और केन्या के खिलाफ 50 रनों की पारी अभी तक का विश्वकप में उनका सर्वश्रेठ प्रदर्सन है.