क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के इंटरनेशनल अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने यह दोष लगाया है कि आईसीसी वर्ल्ड कप-2015 के टीम ऑस्ट्रलिया को पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान उनके हाथों विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान न कराकर उनके अधिकारों को उनसे छिनने की कोशिश की गयी है जो उन्हें सच में बहूत बुरा भी लगा .
पांचवीं बार विश्व चैम्पियन बनी ऑस्ट्रेलियाई टीम को आईसीसी के मौजूदा चेयरमैन एन. श्रीनिवासन ने अपने हाथो ट्रॉफी प्रदान किया. हलाकि ये गलत है क्यूंकि हाल ही में कुछ बदलाव के कारन इस ट्रॉफी को देने का हक़ मुस्तफा कमाल को थे आईसीसी के नियमों में जनवरी में हुए बदलाव के तहत मौजूदा अध्यक्ष द्वारा ही वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में ट्रॉफी प्रदान कराई जानी चाहिए.
वेबसाइट ‘CRICINFO’ के अनुसार कमाल ने सोमवार को कहा,
“जनवरी में बदले गए नियमों के अनुसार मुझे विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान करना चाहिए था. यह मेरा पूरी तरह से हक है. लेकिन यह बहूत ही निराशाजनक बात है कि मुझे ऐसा नहीं करने दिया गया. मैं स्वदेश वापस लौटने के बाद पूरी दुनिया को बताऊंगा कि आईसीसी में ये सब क्या हो रहा है. साथ ही उनके भी नाम सबके सामने लाऊंगा , जो इस प्रकार के काम में साथ दे रहे हैं.”
कमाल ने अपनी पूरी बात को खत्म करते हुए कहा कि वह इस बहस को भारत-बांग्लादेश के बीच 19 मार्च को खेले गए क्वार्टर फाइनल मुकाबले से नहीं जोड़ेंगे. और ये साफ़ साफ़ नजर आ रहा है कि उस मैच के बाद कमाल ने अंपायरों पर पक्षपातपूर्ण रवैया करने का आरोप लगाया था.