भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच 4 टेस्ट मैच की सीरीज़ का दूसरा मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया. पहले मैच में मिली हार के बाद भारतीय टीम ने शानदार वापसी करते हुए इंग्लैंड को 317 रन के बड़े अंतर से हराया. इस जीत के साथ भारतीय टीम ने सीरीज़ में भी 1-1 से बराबरी कर ली है.
सीरीज़ शुरु होने से पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इंग्लैंड के खिलाफ़ पहले 2 टेस्ट मैच के लिए टीम का ऐलान किया था. दूसरा मैच खत्म होने के बाद अब टीम मैनेजमेंट ने आखिरी 2 टेस्ट मैचों के लिए भी टीम भी घोषित कर दी है. लेकिन इस टीम में से 4 ऐसे खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ कर दिया गया जो मौका दिए जाने के हक़दार थे.
ये हैं वो 4 खिलाड़ी जिन्हें किया गया नज़रअंदाज़
शार्दुल ठाकुर
महाराष्ट्र के 29 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ शार्दुल ठाकुर को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 4 टेस्ट मैचों की सीरीज़ के आखिरी मैच में खेलने का मौका मिला था. उस मैच में शार्दुल ने गेंद और बल्ले, दोनों से ही टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. पहले पारी में 67 रन बनाने के अलावा उन्होंने मैच में 7 विकेट भी लिए थे.
इंग्लैंड के खिलाफ़ पहले और दूसरे मैच में उनको जगह ज़रूर मिली लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया था. मैच खेलने का मौका दिए बगैर उन्हें आखिरी 2 टेस्ट से बाहर करना कहीं न कहीं मैनेजमेंट के फ़ैसले पर सवाल ज़रूर उठाता है. क्योंकि शार्दुल को इंग्लैंड के खिलाफ़ टेस्ट सीरीज़ में मौका ज़रूर दिया जाना चाहिए था.
प्रियांक पांचाल
गुजरात के 30 वर्षीय सीनियर बल्लेबाज़ प्रियांक पांचाल पिछले 13 साल से गुजरात के लिए घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कुल 98 फ़र्स्ट-क्लास, 68 लिस्ट-ए और 45 घरेलू टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट क्रिकेट के लिहाज़ से अगर बात करें प्रियांक के फ़र्स्ट-क्लास करियर की तो उन्होंने 45 से ऊपर की औसत से कुल 6891 रन बनाए हैं.
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने उन्हें टेस्ट सीरीज़ के आखिरी 2 टेस्ट में न चुनते हुए विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के लिए रिलीज़ किए जाने का हवाला दिया है. लेकिन कहीं न कहीं किसी मुख्य बल्लेबाज़ के आउट ऑफ़ फ़ॉर्म या चोटिल होने की स्थिति में वो काफ़ी कारगर साबित हो सकते थे. इस लिहाज़ से उन्हें टीम में चुना जाना एक बेहतर डिसीज़न होता.
अभिमन्यु ईश्वरन
बंगाल के लिए 2013 में अपने घरेलू क्रिकेट करियर की शुरुआत करने वाले देहरादून के 25 वर्षीय शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ अभिमन्यु ईश्वरन ने घरेलू क्रिकेट में काफ़ी शानदार क्रिकेट खेली है. टेस्ट क्रिकेट के ज़ाविए से अगर बात करें तो उन्होंने 43.57 के बेहतरीन औसत से 64 फ़र्स्ट-क्लास मैचों में कुल 4401 रन बनाए हैं.
दूसरे टेस्ट के बाद आखिरी 2 टेस्ट के लिए चुनी गई टीम में ईश्वरन को जगह नहीं दी गई है. लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट का बैकअप के तौर पर ईश्वरन के शामिल न करने के फ़ैसला काफ़ी अजीब है क्योंकि बंगाल का सीनियर बल्लेबाज़ टीम के लिए लिए नेट्स से लेकर मैच में किसी खिलाड़ी के चोटिल होने की सिचुएशन में काफ़ी उपयोगी साबित हो सकता था.
पृथ्वी शॉ
भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मुंबई के युवा सलामी बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ बल्ले से ज़्यादा प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. लेकिन उससे पहले टेस्ट क्रिकेट में शॉ का प्रदर्शन काफ़ी बेहतर था. अभी तक अपने करियर में उन्होंने भारत के लिए 5 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेले हैं.
इन मैचों में पृथ्वी ने 42.37 की औसत से 339 रन बनाए हैं. तीसरे और चौथे टेस्ट में अगर भारतीय टीम की मौजूदा सलामी जोड़ी फ़ेल होती तो पृथ्वी शॉ उस जगह को काफ़ी बेहतर तरीके से भर सकते थे. लेकिन उन्हें टीम मैनेजमेंट ने सीरीज़ के आखिरी 2 टेस्ट में टीम में ही नहीं चुना गया.
आखिरी 2 टेस्ट के लिए चुनी गई भारतीय टीम
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), केएल राहुल, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), आर अश्विन, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज