आशीष नेहरा ने भले ही भारतीय टीम के लिए मात्र 17 टेस्ट, 120 वनडे मैच व 27 टी20 मैच खेले हो, लेकिन क्रिकेट से उनकी विदाई किसी बड़े सुपरस्टार की तरह हुई थी. नेहरा को चोट के कारण अपने करियर में कई बार बाहर होना पड़ा. विश्व कप 2011 के बाद जब आशीष नेहरा को जब चोट लगी तो वह वनडे क्रिकेट में कभी वापसी नहीं कर पाये.
टी-20 क्रिकेट से की भारतीय टीम में वापसी
हालांकि आईपीएल में किये गये शानदार प्रदर्शन के चलते आशीष नेहरा ने टी20 क्रिकेट में वापसी की और टी20 क्रिकेट में नेहरा ने अपनी वापसी के बाद शानदार प्रदर्शन किया था. इस दौरान उन्होंने साल 2016 का टी-20 विश्व कप भी खेला था.
उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का अंतिम मैच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में खेला था और एक शानदार विदाई ली थी. इसी बीच उन्होंने एक बड़ा खुलासा किया है.
2009 में धोनी ने की टेस्ट खेलने की पेशकश
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए अपने एक बयान में आशीष नेहरा ने कहा, “मैंने 2005 और 2009 के बीच भारत के लिए नहीं खेला था. उस समय भारतीय क्रिकेट में बहुत कुछ बदल गया था.
जब मैंने वापसी की, तो धोनी भारत का नेतृत्व कर रहे थे. हालांकि, ऐसा नहीं था कि हम उस अवधि के दौरान बात नहीं करते थे. हमारी बातचीत होती रहती है और एक दिन फिर 2009 में मुझे धोनी ने फिर से टेस्ट क्रिकेट की पेशकश की, जिसे मैंने अस्वीकार कर दिया. हालांकि पीछे मुड़कर देखूं, तो मुझे उस फैसले पर थोड़ा पछतावा है.”
कुछ ऐसा रहा आशीष नेहरा का क्रिकेट करियर
आशीष नेहरा ने भारत के लिए खेले अपने 17 टेस्ट मैचों में 44 विकेट हासिल किये थे. वहीं उन्होंने अपने खेले 120 वनडे मैचों में भारत के लिए 157 विकेट हासिल किये थे. साथ ही उन्होंने 27 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 34 विकेट हासिल किये थे. वह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं.