वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार जीत के बाद टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की हर तरफ तारीफ़ हो रही हैं. उन्होंने अपने पहले ही सीरीज में मैन ऑफ़ द सीरीज का खिताब अपने नाम कर लिया. आपको बता दें, भारत ने वेस्टइंडीज के साथ दो और भी ऐसी सीरीज खेली है जिसमे अपना पहला मैच या यूँ कहें डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों ने धमाल मचा दिया था. आइए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में.
2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ आर अश्विन का कमाल
भारत के लिए टेस्ट में सबसे बेस्ट स्पीन गेंदबाज आर अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में 2011 में शुरुआत की थी. इस सीरीज में उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उनको मैन ऑफ़ द सीरीज का अवार्ड मिला था.
टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन का जब से आगमन हुआ है, उन्होंने रिकार्ड्स तोड़ने का कोई भी मौका नहीं छोड़ा है. जाहे वो भारतीय रिकार्ड्स हो या फिर अंतरराष्ट्रीय, अश्विन सभी प्रकार के रिकॉर्ड तोड़ने में माहिर रहे है.
टेस्ट में प्रयोग होने वाली लाल गेंद के साथ जो उनका एक अलग लगाव है, जिसकी वजह से वो अब तक 50, 100, 150, 200 और टेस्ट क्रिकेट में 250 विकेट लेने वाले सबसे तेज भारतीय हैं. सबसे कम मैचों में 300 विकेट का आंकड़ा पार कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के बाद तो उन्होंने ये साबित कर दिया है कि आज की तारीख में वो दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज है.
2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ रोहित शर्मा का कमाल
रोहित भारत की तरफ से पदार्पण मैच में शतक जड़ने वाले 14वें भारतीय और ईडन गार्डन्स पर यह कारनामा करने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बने थे. इस सीरीज में उनके बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से उनको भी मैन ऑफ़ द सीरीज का अवार्ड मिला था.
अब 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पृथ्वी शॉ का कमाल
पृथ्वी शॉ ने 2 टेस्ट की तीन पारियों में 118.50 के शानदार औसत से 237 रन बनाए. वह दोनों टीमो में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. उनको इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ़ थे सीरीज का अवार्ड दिया गया.
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