भारत और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला वनडे मैच चेन्नई के एम ए चिदंबरम क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया. सीरीज के इस पहले वनडे मैच में भारत ने पहले खेलते हुए निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 287 रन का स्कोर खड़ा किया था. इस लक्ष्य को वेस्टइंडीज की टीम ने 47.5 ओवर में मात्र 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया. वेस्टइंडीज ने इस मैच को जीतने के साथ ही 3 मैचों की इस वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.
अय्यर और पंत इस मैच से हमारे लिए सकरात्मक
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने मैच हारने के बाद अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत की बल्लेबाजी को सकरात्मक बताते हुए कहा, “श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत इस मैच से हमारे लिए सकरात्मक चीज रहे हैं. उन्होंने काफी स्मार्ट तरीके से अपनी पारी को आगे बढ़ाया. खुद मैंने और रोहित ने आज योगदान नहीं किया, लेकिन इन दोनों नौजवानों ने एक साथ साझेदारी करके हमें एक अच्छे स्कोर तक पहुंचाया.”
शिमरोन हेटमेयर की पारी मैच का अंतर रही
अपने गेंदबाजों के बारे में बात करते हुए विराट कोहली ने कहा, “हमने सोचा कि छह गेंदबाजी विकल्प पर्याप्त होंगे. उन्होंने शानदार तरीके से हमारे स्पिनरों पर दबाव बनाया. मुझे नहीं लगता कि पहली इनिंग के बाद से पिच में काफी बदलाव आया. उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की है. खासतौर से शिमरोन हेटमेयर की पारी मैच का अंतर रही है. शायद हमारे पास 15-20 रन और होते, तो भी कुछ नहीं होता.”
जडेजा के रन आउट मामले में भी बोले विराट
रविन्द्र जडेजा रन आउट थे, लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने अपील नहीं की थी, लेकिन कुछ देर बाद वेस्टइंडीज की टीम को बाहर से उनके सपोर्ट स्टाफ द्वारा अपील करने के लिए कहा गया और जब वेस्टइंडीज के खिलाड़ियों ने अपील की, तो रविन्द्र जडेजा को रन आउट दिया गया.
इस बात पर नाराजगी जाहिर करते हुए कप्तान विराट कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “बाहर बैठे लोग फील्डर को नहीं बता सकते और वे अंपायर से रन आउट की समीक्षा करने के बारे में नहीं पूछ सकते हैं. मैंने क्रिकेट में ऐसा कभी नहीं देखा है. मुझे नहीं पता कि नियम कहां से आया हैं. रेफरी और अंपायर को इस पर फैसला लेना होगा. मैदान के बाहर बैठे लोगों को यह तय नहीं करना चाहिए कि मैदान पर क्या होता है और ठीक वैसा ही हुआ”