IND vs ENG T20 Series: इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम अब 7 जुलाई से तीन मैचों की टी-20 सीरीज खेलगी। सीरीज का पहला मैच 7 जुलाई को खेला जाएगा। इसके बाद 9 जुलाई और फिर 10 जुलाई को बाकी के दो मैच खेले जायेंगे। वहीं, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा पहले ही कर दी थी।
इस सीरीज में ख़ास बात ये हैं कि दूसरे और तीसरे टी20 मैच के बीच में कोई गैप नहीं है। वहीं, इस सीरीज से पहले भारतीय टीम को दो परेशानी सता रही है। आइये जानते हैं कि उन दोनों परेशानियों के बारे में..
IND vs ENG: टी-20 में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद

दरअसल, भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया। हालाँकि, भारतीय टीम आखिरी और पांचवां टेस्ट मैच हार गई लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने विदेशी सरजमीं पर अच्छा खेल दिखाया। वहीं, अब भारतीय टीम टी20 में इंग्लैंड का सामना करने वाली है। अगर बात करें दोनों टीमों के बीच टी-20 आंकड़ों की तो दोनों टीमें 19 बार टी20 मैचों में आमने सामने आई हैं। अभी तक के रिकॉर्ड में 10 बार भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है, जबकि 9 बार इंग्लैंड की टीम ने जीत दर्ज की है।
पहली परेशानी: विराट कोहली की फॉर्म

वहीं, भारतीय टीम के लिए इस सीरीज में पहली और सबसे बड़ी परेशनी टीम में सलेक्शन को लेकर है। टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली आउट ऑफ़ फॉर्म हैं। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की दो पारियों में कुछ ख़ास कारनामा नहीं किया है। पिछले दो साल से उनके बल्ले से एक शतक तक नहीं आया है। ऐसे में, अगर उनका ख़राब फॉर्म टी-20 (IND vs ENG) में बरक़रार रहा तो उनकी जगह किसी और को मौका दिया जा सकता है।
दूसरी परेशानी: नए खिलाड़ियों को मौका

दूसरी परेशानी नए खिलाड़ियों को मौका देने से जुड़ी है। भारतीय टीम के सेलेक्टर्स संजू सैमसन और दीपक हुड्डा के प्रदर्शन से प्रभावित हैं। आयरलैंड के खिलाफ दोनों का प्रदर्शन लाजवाब रहा था. ऐसे में चयनकर्ताओं के सामने सवाल होगा कि जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें टीम (IND vs ENG) में जगह दी जाएगी या फिर जो नये नवेले खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें मौका मिलेगा.