आईसीसी ने टेस्ट फ़ॉर्मेट को एक बार फिर से जिंदा करने के लिए ही विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की है. इस खिताब को जीतने के लिए मौजूदा समय में सभी टीमें अपना पूरा प्रयास कर रही है. विराट कोहली के कप्तानी वाली भारतीय टीम इस समय नंबर एक पायदान पर इस रेस में चल रही है. हालाँकि इसी पायदान पर बने रहने के लिए आगे बेहतर प्रदर्शन करना होगा.
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में पहले पायदान पर है भारतीय टीम
अब भले ही आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में भारतीय टीम पहले पायदान पर नहीं रही है. लेकिन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में अभी भी भारतीय टीम ही राज कर रही है. अब तक विराट कोहली के कप्तानी वाली भारतीय टीम ने अपने 6 में से 4 सीरीज खेली है. जिसके बाद उसके बाद 360 अंक मौजूद हैं. हालाँकि इतने पॉइंट्स 3 सीरीज के बाद ही थे.
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम अपने दोनों टेस्ट मैच हार गयी थी. हालाँकि उसके बाद भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में भारतीय टीम नंबर 1 पर है. वहीँ न्यूजीलैंड की टीम को बड़ा फायदा हुआ है. जो अब टेबल में नंबर 3 पर पहुंच चुके हैं. हालाँकि उनके मात्र 180 अंक ही है. वहीँ नंबर 2 पर मौजूद ऑस्ट्रेलिया टीम के 296 अंक हैं.
ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में हराना होगा एक टेस्ट मैच
भारतीय टीम को अब इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है. जहाँ पर उन्हें 4 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है. अब यदि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में नंबर 1 पायदान पर बने रहना है तो विराट कोहली की टीम को मात्र एक टेस्ट मैच ही जीतना है. हालाँकि डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ के मौजूदगी के अलावा मार्नस माबूशेन के होने पर उस टीम को हराना मुश्किल होगा.
यदि भारतीय टीम उस दौरे में एक टेस्ट मैच भी नहीं जीत पाई तो ये पद भी उन्हें ऑस्ट्रेलिया टीम के हाथों गंवाना पड़ेगा. जिससे फाइनल में पहुँचने की उम्मीद भी मुश्किल में जाएगी. हालाँकि इससे इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की टीम को बड़ा फायदा भी हो सकता है. उनके फाइनल में पहुँचने के मौके बढ़ सकते हैं.
विराट कोहली की टीम के पास होगा एक और बड़ा मौका
उसके बाद यदि विराट कोहली के कप्तानी वाली भारतीय टीम को वो पद दोबारा हासिल करना है तो फिर उन्हें अपने घर में होने वाले इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करना होगा. इस सीरीज में 5 टेस्ट मैच खेलना होगा. अपने घर में टीम का प्रदर्शन देखकर एक बात तो साफ है कि भारतीय टीम के पास एक बड़ा मौका होगा. हालाँकि उन्हें इंग्लैंड की टीम को हल्के में नहीं लेना होगा.