भारतीय टीम और इंग्लैंड की टीम के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज समाप्त हो गई हैं. इंग्लैंड की टीम ने यह सीरीज 4-1 के अंतर से जीत ली हैं.
इस सीरीज में भारत और इंग्लैंड के कई खिलाड़ियों का बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन रहा है. हम आपकों अपने इस खास लेख में भारत-इंग्लैंड टीम के ग्यारह ऐसे खिलाड़ियों के नाम बताएंगे, जिनका प्रदर्शन सीरीज में बहुत खराब रहा हैं.
शिखर धवन
शिखर धवन का इस टेस्ट सीरीज में बहुत खराब प्रदर्शन रहा है. उन्होंने इस टेस्ट सीरीज में कुल 4 मैच खेले. जिसमे वह 20.25 की औसत से मात्र 162 रन ही बना पाये.
किटन जेनिंग्स
किटन जेनिंग्स के लिए भी यह सीरीज कुछ खास नहीं रही हैं. उन्होंने सीरीज के पांच टेस्ट मैचों में 18.11 की बहुत खराब औसत से मात्र 163 रन बनाये.
मुरली विजय
मुरली विजय का हाल भी इस सीरीज में खराब ही था. उन्होंने सीरीज के शुरूआती दो टेस्ट मैच खेले थे. जिसमे वह मात्र 26 रन ही बना पाये थे.
ओली पॉप
ओली पॉप को भी इस टेस्ट सीरीज के दो मैच खेलने का मौका मिला था. जिसमे वह 18.00 की औसत से मात्र 54 रन ही बना पाये.
अजिंक्य रहाणे
अजिंक्य रहाणे से इस सीरीज में भारतीय टीम को काफी उम्मीदें थी, लेकिन उन्होंने निराश किया और 10 पारियों में मात्र 257 रन ही वह टीम के लिए बना पाये.
जॉनी बैरेस्टों
जॉनी बैरेस्टों का भी इस सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं रहा हैं. उन्होंने सीरीज के पांच टेस्ट मैच खेले, लेकिन वह मात्र 230 रन ही टीम के लिए बना पाये.
हार्दिक पांड्या
हार्दिक पांड्या भी इस सीरीज में फ्लॉप साबित ही हुए थे. उन्होंने इस सीरीज के कुल 4 टेस्ट मैच खेले. जिसमे वह सिर्फ 164 रन ही बना पाये. वही गेंदबाजी में भी वह कोई खास कमाल नहीं कर पाये.
रविचंद्रन अश्विन
जिस तरह के प्रदर्शन की उम्मीदें अश्विन से भारतीय टीम को थी. वह ऐसा प्रदर्शन नहीं कर सके. बल्लेबाजी में वह अपने खेले 4 टेस्ट में मात्र 126 रन ही बना पाये. वहीं गेंदबाजी में भी उन्हें मात्र 11 विकेट हासिल हुए.
आदिल रशिद
आदिल रशिद का प्रदर्शन भी इस मैच में कुछ खास नहीं रहा हैं. उन्होंने टीम के लिए 5 मैच खेले, लेकिन वह मात्र 10 विकेट ही हासिल कर पाये.
कुलदीप यादव
भारत के युवा स्पिनर कुलदीप यादव ने लॉर्ड्स टेस्ट मैच खेला था, लेकिन उन्हें उस टेस्ट मैच के दौरान अपने 9 ओवर की गेंदबाजी में एक भी विकेट हासिल नहीं हुआ था.
उमेश यादव
उमेश यादव को भी इस टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला था, लेकिन वह भी टीम के लिए उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाये थे. उमेश सिर्फ 3 विकेट ही उस मैच में व इस सीरीज में हासिल कर पाये.