इंग्लैंड और भारतीय टीम के बीच 12 जुलाई से शुरू हुई तीन वनडे मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला कल लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया को 8 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा और साथ ही एक सपना भी टूट गया है इस कारण कल का मैच भारतीय टीम के लिए बहुत खराब रहा है।
इससे पहले आपको बता दें कि कल खेले गए तीसरे और आखिरी मैच में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मॉर्गन ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला लिया जो टीम के लिए बहुत सही साबित हुआ क्योंकि भारतीय टीम फिर से अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर पायी और 50 ओवर में महज 256 रन बनाये।
जनवरी 2016 के बाद मिली भारतीय टीम को पहली वनडे द्विपक्षीय सीरीज में हार सामना
गौरतलब हो भारतीय क्रिकेट टीम ने इससे पहले जनवरी 2016 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के खिलाफ कोई वनडे द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार 9 सीरीज में जीत हासिल की, लेकिन 10 जीत अर्जित करने का सपना अधूरा रह गया।
जनवरी 2016 में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। उस दौरान कंगारू टीम ने भारत को पांच वनडे मैचों में 4-1 से हराया था। लेकिन इसके बाद टीम इंडिया ने एक भी वनडे सीरीज नहीं हारी लेकिन आखिरकार कल यह सिलसिला ख़त्म हो गया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद भारत ने जीती है ये सीरीजें
जिम्बाब्वे को 3-0 से, न्यूज़ीलैंड को 3-2, इंग्लैंड को 2-1, वेस्टइंडीज को 3-1, श्रीलंका को 5-0, ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से, न्यूज़ीलैंड को 2-1 से, श्रीलंका को 2-1 से और अफ्रीका को 5-1 से वनडे सीरीज में मात दी और कल भारत को 1-2 से हारना पड़ा है।
कल खेले गए मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विराट कोहली एक 71, शिखर धवन (44) और धोनी की 42 रनों की अच्छी पारियों के चलते टीम का स्कोर 256 रन तक पहुँच पाया। लेकिन इंग्लैंड ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए यह लक्ष्य महज 45वें ओवर में ही हासिल कर दिया।