पहले मैच में मिली शर्मनाक हार के बाद भारतीय टीम ने रोहित शर्मा के नेतृत्व में एक और सीरीज अपने नाम की. विशाखापत्तनम में खेले गये तीसरे मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीत पहले गेंदबाजी का फैसला लिया. एक समय 22 ओवर में 130 रन बनाकर मजबूत स्थिती में पहुंच रही टीम बाद में नियमित अंतरालों पर लगने वाले झटकों से जूझते हुए भारत के लिए 215 रनों का मामूली सा लक्ष्य दिया. जिसे भारत शिखर धवन के नाबाद शतक 100 रन की बदौलत में 32.1 ओवरों में 219 रन बनाकर हासिल कर लिया.
चहल-कुलदीप की स्पिन जोड़ी ने किया कमाल-
दो मैचों से बाहर बैठे कुलदीप यादव को रोहित शर्मा ने तीसरे मैच में मौक़ा दिया. उन्होंने इस मौके बेहतरीन तरीके से भुनाया. इस मैच में उन्होंने कुल तीन विकेट अपने नाम किए. वहीं युजवेंद्र चहल ने एक बार फिर अच्छी गेंदबाजी की. उन्होंने भी 3 विकेट अपने नाम किए.
इस जोड़ी ने कुल 6 विकेट अपने नाम करते हुए श्रीलंका टीम को बेहद साधारण स्कोर पर रोक दिया. जबकि एक समय श्रीलंका टीम 300 रनों की ओर बढ़ रही थी. श्रीलंका की ओर से सबसे अधिक सलामी बल्लेबाज उपुल थरंगा ने बनाए. हालांकि वह दुर्भाग्यशाली रहे और केवल 5 रनों से शतक से चूक गये. उन्हें कुलदीप यादव ने 95 के स्कोर पर धोनी के हांथों स्टंप आउट कराया.
बाहर समय नहीं गंवाया बल्कि अपने ऊपर काम किया-
लगातार बाहर बैठे कुलदीप यादव ने मिले मौके को पूरी तरह भुनाया. उन्होंने पुरस्कार के बाद कहा, कि
“श्रीलंका बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था. हमें बीच के ओवरों में विकेट चाहिए था. हमने योजना के मुताबिक़ गेंदबाजी की जिसमे हम सफल हुए.”
उन्होंने लगातार बाहर बैठने के बावजूद बेहतरीन प्रदर्शन पर कहा, कि
“जब आप बाहर बैठते हैं, तब आपको अपने ऊपर काम करना चाहिए और जैसे ही मौक़ा मिले आप को कोशिश करनी चाहिए और बेहतरीन प्रदर्शन करना चाहिए, जो कि मैंने किया.”