भारतीय टीम मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 4 टेस्ट मैचो की घरेलु सीरीज खेल रही हैं. पुणे टेस्ट में शर्मनाक प्रदर्शन के बाद फैन्स को उम्मीद था कि भारतीय टीम बैंगलोर में जोरदार वापसी करेगी, लेकिन चिन्नास्वामी में ऐसा देखने को नहीं मिला.
दुसरे टेस्ट में भारतीय टीम पहली पारी में महज 189 रनों पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध भारतीय के निराशाजनक प्रदर्शन के पीछे प्रमुख कारण सलामी जोड़ी की नाकामी सबसे बड़ी वजह रहे हैं. पुणे टेस्ट के.एल राहुल और मुरली विजय की सलामी जोड़ी ने पहली पारी में 25 रनों की साझेदारी बनाई, जबकि दूसरी पारी में विजय-राहुल की जोड़ी केवल 10 रन ही बनाने में कामयाब रही. जिस प्यार के लिए धोनी ने अपने बाल छोटे कराये उसे ही उनके सामने से छीन ले गये युवराज सिंह
चिन्नास्वामी में खेले जाने वाले दुसरे टेस्ट से पहले टीम के नियमित सलामी बल्लेबाज़ मुरली विजय कंधे की चोट के कारण बाहर हो गए, जिसके बाद अभिनव मुकुंद को 6 वर्षो बाद टेस्ट क्रिकेट में दोबारा खेलने का मौका मिला, लेकिन नतीज़ा और भी ख़राब रहा, मुकुंद मैच की पहली पारी में खाता तक खोलने में नाकाम रहे.
मुरली विजय को कंधे की चोट और मुकुंद की नाकामी के बाद भारतीय चयनकर्ता एक बार फिर अनुभवी सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर को मौका दे सकते हैं. शिखर धवन की ख़राब फॉर्म के कारण गंभीर को पिछले वर्ष न्यूज़ीलैण्ड के विरुद्ध 2 वर्षो बाद मौका मिला, इस मैच में गंभीर ने शानदार अर्द्धशतक लगाया, हालाँकि उस टेस्ट के बाद गंभीर को केवल एक टेस्ट मैच खेलने का मौका दिया. गंभीर हुए फेल तो वही शतक से ज़रा सा चूके ऋषभ पंत, लेकिन फिर भी टीम ने हासिल की सीरीज की पहली जीत
35 वर्षीय बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 42 की औसत से 4154 रन बनायें हैं. ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध भारतीय के सलामी बल्लेबाजों की नाकामी के बाद गंभीर के अच्छा विकल्प हो सकते हैं. भारतीय सरजमी पर गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अब तक 5 टेस्ट मैचो में 50 के करीब की औसत से 492 रन बनायें है, इस दौरान गंभीर ने एक दोहरे शतक सहित 2 शतक और 2 अर्द्धशतक भी लगायें हैं.