भारत और इंग्लैंड के बीच आज तीसरे टेस्ट का चौथा दिन का खेल खेला गया. इस दौरान इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने जमकर संघर्ष दिखाया. वही दूसरी तरफ विराट कोहली की कप्तानी की वजह से आज का मैच तीसरे दिन जाने को मजबूर हो गया है. तो आइये जानते है ऐसा क्या हुआ कि आज का मैच पांचवें दिन जाने को मजबूर हो गया.
इंग्लैंड का संघर्ष जारी
इंग्लैंड के शुरुआत आज कुछ ख़ास नही रही. टीम के शीर्ष के चार बल्लेबाज़ जल्द आउट हो गए. उनके आउट होने के बाद बटलर और स्टोक्स ने टीम को संभाला. इस दौरान दोनों ने शतकीय साझेदारी की. इस दौरान बटलर ने अपना शतक पूरा किया. वो 106 रन बना के आउट हो गए.
उनके आउट होने के बाद स्टोक्स भी ज्यादा देर पिच पर नही रुक सके और 62 रन बना के आउट हो गए. उनके आउट होने के बाद कोई भी बल्लेबाज़ ज्यादा देर पिच पर नही रुक सके. वही दिन का खेल खत्म होने के समय इंग्लैंड ने 9 विकेट खो कर 311 रन बना लिए थे.
इस गलती की वजह से करना पड़ा जीत का इंतजार
तीसरे टेस्ट में चौथे दिन लंच से पहले टीम इंडिया जीत के नजदीक आ ही गई थी कि अचानक इंग्लैंड की एक जोड़ी ने पैर जमा लिए और भारतीय गेंदबाज जहां अचानक विकेट के लिए तरसने लगे और टीम का जीत का इंतजार बढ़ने लगा.
दरअसल इस मैच में तीसरे दिन टीम इंडिया की स्थिति काफी मजबूत हो गई थी जब विराट कोहली ने इंग्लैंड को जीत के लिए 521 रनों का लक्ष्य रखा था. लेकिन चौथे दिन के दूसरे सत्र में इंग्लैंड के जोस बटलर और बेन स्टोक्स ऐसे जमे कि टीम इंडिया विकेटों को तरस गई.
भारतीय गेंदबाजों ने दोनों की बढ़ती पारियों के बाद गलतियां कम नहीं की और कुछ मौके गंवाए, जिनमें सबसे खास ऋषभ पंत का कैच ड्राप था. यह बटलर का कैच था जब इंग्लैंड का स्कोर 65 रन था और बटलर केवल एक रन ही बना सके थे.
खासकर बटलर पर तो वे काबू ही नहीं कर सके इसी लिए अच्छी गेंदों के बावजूद दोनों बल्लेबाजों पर दबाव नहीं बनाया जा सका, क्योंकि बीच-बीच में रन तो आते ही जा रहे थे.
बटलर ने कमजोर गेंदों को सीमा रेखा के पार कराते हुए न केवल अपने उपर दबाव कम किया बल्कि दबाव टीम इंडिया पर वापस डाल दिया.