भारतीय टीम ने अब अपने चैम्पियंस ट्रॉफी के खिताब को बचाने से सिर्फ अब दो कदम दूर है, भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए ग्रुप बी के पांचवें मुकाबले में जो कि किसी क्वाटर फाइनल मैच से कम नहीं था, उसमे साउथ अफ्रीका के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 8 विकेट से जीत दर्ज करी और सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली जहाँ पर उम्मीद है, कि उसका मुकाबला बांग्लादेश के साथ 15 जून को होगा.एक बार फिर विराट कोहली ने नहीं सुनी सीनियर खिलाड़ियों की बात, साउथ अफ्रीका के खिलाफ की, खुद की मनमानी
श्रीलंका से मिली हार से लिया सबक
भारतीय टीम ने चैम्पियंस ट्रॉफी में अपना दूसरा मुकाबला श्रीलंका के खिलाफ खेला था, जिसमे टीम को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद टीम के गेंदबाजों को इस हार का काफी दोष दिया गया था, क्योकि इस बार टीम की बल्लेबाजी से कहीं अधिक टीम की गेंदबाजी को मजबूत माना जा रहा था लेकिन श्रीलंका के खिलाफ हुए मुकाबले में जिस तरह से टीम ने प्रदर्शन किया था और 321 के स्कोर को बचा पाने में नाकाम साबित हुयी थी, उसके बाद गेंदबाजों पर प्रश्न उठना लाजमी बात है.43 वें ओवर में बुमराह को हटा धोनी के कहने पर भुवनेश्वर कुमार को कोहली ने दिया गेंदबाजी और फिर घुटने पर नजर आई अफ्रीका
साउथ अफ्रीका के खिलाफ टॉस जीतकर लिया फील्डिंग का फैसला
श्रीलंका के खिलाफ मिली हार के बाद भारतीय टीम अपने अगले मैच को लेकर काफी दबाव में थी क्योकि उसका अगला मैच इस समय वनडे क्रिकेट की नंबर एक टीम साउथ अफ्रीका के साथ था और टीम के गेंदबाजों ने जिस तरह का प्रदर्शन पिछले मैच में किया था, उससे इतना तो तय हो गया था कि टीम में अफ्रीका के खिलाफ होने वाले मैच में अश्विन की वापसी होगी और हुआ भी ऐसा ही उन्हें उमेश यादव की जगह पर टीम में शामिल किया गया.
ओपनिंग बल्लेबाजों को नहीं दिया खुलकर खेलने का मौका
साउथ अफ्रीका की तरफ से ओपनिंग करने के लिए उतरे हासिम अमला और डी कॉक अपनी टीम को एक तेज शुरुआत नहीं दे सके, क्योकि भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमारह ने काफी सधी हुयी गेंदबाजी की वो भी शुरू के 10 ओवर जब सिर्फ 2 ही फील्डर 30 यार्ड के बाहर होते है और साउथ अफ्रीका की टीम शुरू के 10 ओवर में सिर्फ 35 रन ही बना सकी.
भारतीय टीम के गेंदबाजों ने 23.3 ओवर किये मेडन
साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में भारतीय टीम के गेंदबाजों ने ये साबित कर दिया कि टीम की गेंदबाजी कही से कमजोर नहीं है और उन्होंने साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत बैटिंग क्रम के सामने 141 डॉट बॉल डाली जो कि 23.3 ओवर के बराबर होती है, इस मैच में भारत की तरफ से रविन्द्र जड़ेजा के 10 ओवर में साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज एक भी बाउंड्री नहीं लगा सके.विराट कोहली ने अफ्रीका के खिलाफ जीत सेमीफाइनल में पहुँचने के बाद बताया क्या सीखा उन्होंने धोनी से कप्तानी के गुर