दुनिया भर में क्रिकेट की दिवानगी किसी से छुपी नहीं है. भारत में तो इस खेल को धर्म और क्रिकेटर्स को भगवान की तरह माना जा रहा है. फैन्स अपने चहेते क्रिकेटर पर हर वक़्त नजर बनाए रहते हैं. इसी वजह से यह बात सबको पता है कि विराट के पास कितनी गाड़ियाँ हैं, धोनी खाने में सबसे ज्यादा क्या पसंद है.
रोहित शर्मा को कहां घूमना पसंद है. ये तो बात हुई उन खिलाड़ियों की जो टीम इंडिया के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. आज हम इस आर्टिकल में आपको कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो लाइमलाइट में आने के बाद अचानक गुमनामी में चले गए.
1- परवेज रसूल
कश्मीर के खिलाड़ी ने एक टाइम खूब चर्चा बटोरी थी जब ये आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे. इसी प्रदर्शन का इनाम इन्हें ब्लू जर्सी के रूप में मिला, जिसे रसूल भुना नहीं सके. यही कारण है कि आज यह होनहार खिलाड़ी गुमनामी का शिकार है.
2 – वसीम जाफर
वसीम रणजी ट्रॉफी के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं. फिलहाल वे रणजी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. इन्होनें टीम इंडिया की तरफ से खेलते हुए टेस्ट मैच में शतक भी जड़े, लेकिन बढ़ती उम्र के कारण इन्हें उतना मौका नहीं मिल पाया, जिसके ये हमेशा हक़दार रहे.
3- परविंदर अवाना
रणजी ट्रॉफी में परविंदर के शानदान प्रदर्शन के बाद 2012 में किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें खरीदा था. इसके अलावा 2012 में ही उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 मैच खेलने के लिए चुना गया था.
इस सीरीज के 2 मैचों में ही उन्होंने 71 रन दे दिए थे, जिसके चलते उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था. 2015 के बाद से परविंदर को आईपीएल में भी जगह नहीं मिली.
4-ऋषि धवन
हिमाचल के लिए शानदार प्रदर्शन करने वाले इस ऑलराउंडर खिलाड़ी को टीम इंडिया में खेलने का मौका मिला लेकिन यह भी सही मौके को भुना नहीं सके. साथ ही वो आईपीएल के कुछ सीजन में भी नज़र आए पर वहां भी वे असफल रहे. जिसके बाद अब तक यह खिलाड़ी गुमनाम है.
5- सुब्रमण्यम बद्रीनाथ
सुब्रमण्यम बद्रीनाथ तमिलनाडू के कप्तान रहे हैं. घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बद्रीनाथ 2013 और 2015 में आईपीएल का भी हिस्सा बने. लेकिन भारतीय टीम के लिए उनका खेल प्रभावी साबित नहीं हुआ.
बद्रीनाथ और विराट कोहली ने एक साथ 2008 में श्रीलंका के खिलाफ ODI सीरीज से अपना डेब्यू किया था. इसके बाद उन्हें खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले.
6- सदगोपन रमेश
सदगोपन रमेश बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के ऑफब्रेक गेंदबाज हैं. ODI मैच में अपनी पहली ही गेंद पर विकेट लेने वाले वे पहले भारतीय क्रिकेटर हैं. करियर की शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन करने वाले सदगोपन अपने खेल में निरंतरता बरकरार नहीं रख पाए. इसी के चलते 2001 के बाद से उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिली.
7- अभिमन्यु मिथुन
कर्नाटक के पेस बॉलर अभिमन्यु ने अपने रणजी ट्रॉफी के पहले सीजन में 47 विकेट लेकर एक अलग ही पहचान बनाई थीं. उन्होंने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ अपना डेब्यू मैच खेला था, जिसमें 4 विकेट लेकर 105 रन दिए थे. 2011 के बाद से अभिमन्यु ने भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला.