अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने देश के लिए खेलना हर क्रिकेटर के लिए उसकी ज़िंदगी का सबसे अहम पल होता है. घरेलू क्रिकेट में लगातार कड़ी मेहनत करने के बाद किसी खिलाड़ी को ये मौका मिलता है. लेकिन घरेलू क्रिकेट में भी बने रहने के लिए एक क्रिकेटर को निरंतर बेहतर क्रिकेट खेलनी पड़ती है.
लेकिन कई बार “जेंटलमेन गेम” कहे जाने वाले इस क्रिकेट में खिलाड़ियों को खेल के अलावा उनके अनैतिक आचरण या खेल के नियमों के विरुद्ध जाने की सजा भुगतनी पड़ती है. यहाँ हम बात कर रहें हैं 3 ऐसे भारतीय खिलाड़ियों की जिनको एज फ़्रॉड के चलते क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया था.
रसिख सलाम
कर्फ़्यू और पॉवर कट से जूझते दक्षिणी कश्मीर के एक छोटे से गाँव अशमुजी से रणजी और आईपीएल तक का सफ़र रसिख सलाम ने बिल्कुल भी आसान नहीं था. अपने क्षेत्र में उपजी तमाम दुश्वारियों के बावजूद क्रिकेट के लिए उनके जुनून में कोई कमी नहीं आई, वो बढ़ते रहे.
मगर उनके इस सफ़र में उस वक़्त एक रुकावट सी आई जब उनके कागज़ों में असमानता की शिकायत जम्मू कश्मीर स्टेट बोर्ड ने जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से कर दी थी. उनके स्कूल डॉक्यूमेंटस और बोर्ड को दिए गए डॉक्यूमेंट्स में फ़र्क़ के चलते एज फ़्रॉड का आरोप लगाते हुए उन पर 2 साल का बैन लगा दिया गया था.