भारत में खेली जाने वाली क्रिकेट जगत की सबसे हाई-प्रोफाइल टी20 क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग के बाद दुनिया के कई क्रिकेट देशों ने टी20 क्रिकेट लीग की शुरुआत की। आईपीएल में तो दुनियाभर के क्रिकेटर खेलते नजर आते हैं लेकिन भारत के खिलाड़ियों ने हमेशा ही दूसरे देशों की लीग से दूरियां बना कर रखी हैं।
भारत के खिलाड़ियों को दूसरी लीग में नहीं है खेलने की अनुमति
भारत के खिलाड़ियों को शुरुआत से ही दूसरे देशों की टी20 क्रिकेट लीग में जाने से बीसीसीआई ने रोका है। दूसरे क्रिकेटिंग देशों के बोर्ड की हमेशा से चाहत रही है कि भारत के खिलाड़ी हिस्सा लें।
लेकिन अब तक तो विश्व भर में खेली जाने वाले टी20 क्रिकेट लीग से भारतीय खिलाड़ी दूर ही रहे हैं। जिसके लिए उन्हें बीसीसीआई की अनुमति नहीं मिल पाती है।
बीसीबी के नजमुल चाहते हैं भारत के खिलाड़ी खेले बीपीएल
भारतीय क्रिकेटरों के दूसरे देशों की टी20 लीग में हिस्सा नहीं ले पाने के बाद भी बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन चाहते हैं कि उनकी बीपीएल में भारत के खिलाड़ी खेलें। नजमुल हसन इसी बात की चर्चा के लिए भारत आ रहे हैं और वो बीसीसीआई के चीफ सौरव गांगुली से इस बारे में बात करेंगे।
भारत और बांग्लादेश के बीच खेली जा रही टी20 सीरीज के पहले मैच में तो नजमुल हसन मौदूज थे लेकिन इसके बाद वो अपनी निजी कारणों से बांग्लादेश लौट गए। लेकिन नागपुर में होने वाले तीसरे मैच के लिए फिर से भारत आ रहे हैं।
नजमुल करेंगे सौरव गांगुली से मुलाकात
नजमुल हसन ने खुद इसको लेकर कहा कि “जब मैं पहले टी20 के बाद घर लौटा था तो मैंने तीसरे टी20 मैच में भारत आने का वादा किया था। जैसा कि मैं भारत जा रहा हूं। मैं बांग्लादेश के लिए ट्रॉफी लेकर आउंगा। आइए देखते हैं कि 16 फैसले करोड़ बांग्लादेशी समर्थकों की प्रार्थना से खुश खबरी मिल सकती है।”
गांगुली से करेंगे बीपीएल में भारत के खिलाड़ियों को खेलने की चर्चा
नजमुल ने आगे बीसीसीआई से बात करने को लेकर कहा कि “कुछ अहम विषय हैं और कुछ विशिष्ट खिलाड़ी भी हैं जिन पर गांगुली के साथ चर्चा की जरूरत है। वे अपने खिलाड़ियों को भारत से बाहर जाने की अनुमति नहीं देते हैं इसलिए मैं इस तथ्य के बारे में चर्चा करूंगा कि क्या हम इस बार कुछ भारतीय खिलाड़ियों को बीपीएल में ला सकते हैं। अगर ऐस करने में सक्षम हैं तो बीपीएल के लिए अच्छा होगा।”
“पाकिस्तान के खिलाड़ी नहीं आ सकेंगे। क्योंकि उस समय उनके लिए एक और टूर्नामेंट होगा। इसलिए हमें बांग्लादेश, भारत और अफगानिस्तान के खिलाड़ियों पर निर्भर रहना होगा। अफगानिस्तान के कुछ स्पिनर जरूर खेलेंगे लेकिन एक अच्छी टीम की व्यवस्था करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों की जरूरत है।“