भारत के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अभी तक कई ऐसे बल्लेबाज़ हुए जिन्होंने अपने करियर के दौरान कई कीर्तिमान छुए. इनमें से कई बल्लेबाज़ों का करियर काफ़ी लंबा चला तो कुछ बल्लेबाज़ करियर की एक अच्छी शुरुआत के बाद गुमनाम से हो गए.
टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम को अभी तक कई तरह की तकनीक और अलग क्रिकेटिंग स्टाइल वाले बल्लेबाज़ मिले हैं, कुछ तेज़-तर्रार तो कुछ धैर्य के साथ पिच पर जमे रहने वाले जैसे कि पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़.
लेकिन वहीं बल्लेबाज़ इस किस्म के भी भारतीय टेस्ट टीम में आए जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत में काफ़ी तेज़ी से रन बनाए. आज इस लेख में हम बात करेंगे ऐसे ही तीन भारतीय बल्लेबाज़ों की जिन्होंने सबसे कंम पारियों में 1000 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया.
विनोद कांबली (14 पारी)
29 जनवरी 1993 को कोलकाता के ईडन गार्डंस पर इंग्लैंड के खिलाफ़ डेब्यू करने वाले विनोद कांबली ने भारत के लिए कुल 17 टेस्ट खेले. इन 17 मैचों में विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ विनोद कांबली ने 54.20 के शानदार बल्लेबाज़ी औसत से कुल 1084 रन बनाए.
अपने छोटे से टेस्ट करियर में कांबली ने शानदार बल्लेबाज़ी की और भारतीय टीम को बतौर एक बल्लेबाज़ बेहतरीन क्रिकेट डिलीवर की. 17 टेस्ट की 21 पारियों में मुंबई के इस बल्लेबाज़ ने 3 शतक और 4 अर्धशतक लगाए. करियर में उनका सर्वाधिक निजी स्कोर 227 रहा.
विनोद कांबली अभी तक भारत के लिए सबसे कम पारियों में 1000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बने. पहले 1000 रन बनाने के लिए कांबली ने केवल 14 ही पारियां ली. इस लिस्ट में वो अभी भी शीर्ष पर बने हुए हैं.