भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच कैनबरा में हुए तीसरे टी-20 मैच में एक बार फिर दिलचस्प नजारा देखने को मिला. तीन वनडे मैचों की सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. हालांकि तीसरे मैच को जीतकर भले ही टीम इंडिया ने अपनी इज्जत बचा ली हो, लेकिन इस मुकाबले में भी भारतीय टीम की गलती साफ देखने को मिली.
खराब रही टीम इंडिया की शुरूआत
पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया की शुरूआत बेहद खराब रही. इस मैच में भारत की तरफ से अंत में रविंद्र जडेजा (66) और हार्दिक पांड्या (92) ने कमान संभालते हुए विस्फोटक बल्लेबाजी की और टीम के स्कोर को 302 पर पहुंचा दिया.
दोनों ऑलराउंडर के बीच हुई 150 रन की शानदार साझेदारी ने टीम इंडिया की इज्जत का फलूदा होने से तो बचा लिया, और ऑस्ट्रेलिया की टीम 289 रन पर ही ढेर हो गई. लेकिन तीनों वनडे मुकाबले में जो भारतीय टीम से गलती हुई उसे भी नजरअंदाज नहीं किया सकता है.
टीम के लिए लकी साबित हुए शार्दुल ठाकुर
तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शार्दुल ठाकुर का जो जबरदस्त प्रदर्शन रहा, उसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम ही होगी. इस मैच में कंगारू टीम के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए शार्दुल ठाकुर ने 51 रन देकर 3 विकेट झटके. इसमें उनका महत्वपूर्ण विकेट स्टीव स्मिथ (7) का भी रहा.
जिसे केएल राहुल ने विकेट के पीछे से कैच लिया था. 56 रन पर ऑस्ट्रेलिया का ये दूसरा अहम विकेट गिर गया था. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि, यदि दूसरे वनडे में शार्दुल को टीम में शामिल किया गया होता तो शायद टीम को इस तरह से लगातार हार का मुंह नहीं ताकना पड़ता.
टीम को नहीं मिल पाया जड़ेजा और पांड्या की फॉर्म का फायदा
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे और आईपीएल में जिस तरह से जड़ेजा और पांड्या की विस्फोटक बल्लेबाजी रही. उसका टीम इंडिया को कुछ खास फायदा नहीं मिला पाया. तीसरे वनडे में तूफानी पारी खेलकर छाए हार्दिक पांड्या (92 रन, 76 गेंद, 7 चौके) और जडेजा (नाबाद 66 रन, 50 गेंदे, 5 चौके, 3 छक्के) जबरदस्त लय में दिखाई दिए. ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि यदि इन दोनों खिलाड़ियों को खेलने का सही मौका मिला होता तो ये टीम के लिए संजीवनी बूटी साबित हो सकते थे.
कुलदीप यादव ने झटका 1 विकेट
दो वनडे मैचों में गेंदबाज युजवेंद्र चहल पूरी तरह से फ्ल़ॉप साबित रहे थे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैच खेलते हुए सिर्फ 1 विकेट झटके थे. ऐसे में उनकी जगह कुलदीप यादव को तीसरे मुकाबले में शामिल करने की संभावना तेज हो गई थी. हालांकि आज के प्लेइंग इलेवन में उन्हें खेलने का मौका भी दिया गया. इस मैच में 5.7 की इकानॉमी रेट से 10 ओवर में 57 रन देकर उन्होंने एक 1 विकेट झटका था.
फिलहाल कुलदीप यादव कुछ खास अच्छा प्रदर्शन नहीं दिखा पाए, जिसकी उनसे उम्मीद की जा रही थी. लेकिन ये कहना गलत नहीं होगा कि यदि उन्हें पहले मौका दिया गया होता तो अपने आपको ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जमाने में कुलदीप कामयाब हो पाते, और टीम इंडिया इस सीरीज को अपने नाम भी कर पाती.