इंजमाम उल हक पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास के सफल कप्तानों में से एक माने जाते हैं. हालांकि दुर्भाग्यवश इनके पास भी आईसीसी का कोई ख़िताब नहीं है. इंजमाम उल हक ने अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में 90 मैचों में कप्तानी की है, जिसमे इन्होने 52 मैच जीते और मात्र 34 मैच ही हारे, इनकी कप्तानी में 4 मैच बेनतीजा रहे थे. हालांकि, विश्व कप 2007 में, तो इनकी कप्तानी में पाकिस्तान की टीम पहले दौर से ही बाहर हो गई थी.
सलीम मलिक के समर्थन में उतरे इंजमाम उल हक
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमान उल हक ने सलीम मलिक को दूसरा मौका देने की मांग की है. सलीम मलिक पर 2000 में मैच फिक्सिंग की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आजीवन बैन लगा दिया था. हालांकि सलीम मलिक पर लगे प्रतिबंध को 2009 में लाहौर की स्थानीय अदालत ने हटा दिया था. इंजमाम का मानना है कि अजहर की तरह मलिक को भी दूसरा मौका मिलना चाहिए.
दूसरा मौका देना चाहिए
इंजमाम उल हक़ ने सलीम मलिक को लेकर अपने एक बयान में कहा, “उनका करियर इस तरह से खत्म हुआ, यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण था. उनके करियर का अंत इस तरह से नहीं होना चाहिए था, लेकिन मुझे लगता है कि उन्हें दूसरा मौका देना चाहिए ताकि वह देश के लिए कुछ कर सकें.”
बता दें, कि सलीम मलिक ने पाकिस्तान के लिए 103 टेस्ट मैचों में 43.7 की औसत से 5768 रन बनाए हुए हैं. वहीं उन्होंने अपने खेले 283 वनडे मैचों में पाकिस्तान के लिए 32.9 की औसत से 7170 रन बनाए हुए हैं.
अजहरुद्दीन की तरह क्रिकेट संबंधी गतिविधियों में शामिल करना चाहिए
मोहम्मद अजहरुद्दीन का उदाहरण देते हुए इंजमाम उल हक़ ने आगे अपने बयान में कहा, “भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन को भी इसी तरह प्रतिबंधित किया गया था लेकिन अब वह हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष हैं. इसी तरह मलिक को भी क्रिकेट संबंधी गतिविधियों में शामिल करना चाहिए.”
अब देखना दिलचस्प होगा कि इंजमाम उल हक़ के इस समर्थन के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड सलीम मलिक को लेकर क्या फैसला लेता है.