आईपीएल में हर साल कुछ ऐसा होता हैं जो आईपीएल के सीजन को ख़ास बना जाता है . ऐसे में इस साल भी कुछ ऐसा रहा जिसने आईपीएल को खास बना दिया.
गेंदबाजों द्वारा रिवर्स स्विंग
इस आईपीएल में टॉप 10 विकेट लेने वाले में से 7 तेज़ गेदबाज़ हैं. जबकि हर साल इस समय भारत में स्पिनर्स को मदद मिलती हैं. भारत में पिच रूखी और सुखी पिच मिलती हैं, लेकिन ऐसी पिच होने के बाद भी तेज़ गेंदबाजों ने रिवर्स स्विंग का अच्छा प्रयोग करते हुए विकेट हासिल किये. इस साल पिच ने भी बल्लेबाजों का उस तरह से साथ नही दिया.जैसे पिछले सीजन में पिच बल्लेबाजों की बहुत मदद कर रही थी.
डेथ ओवर में भारतीय गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
आईपीएल के 9 सीजन विदेशी गेंदबाजों ने डेथ ओवेर्स में शानदार प्रदर्शन किया था.लगभग हर टीम ने डेथ ओवर्स में विदेशी खिलाड़ियों को प्रयोग किया था.
जबकि इस बार भारतीय गेंदबाजों ने डेथ ओवर में शानदार गेंदबाज़ी की. युवा तेज़ गेंदबाज़ बंसील थम्पी, भुवनेश्वर कुमार, मो.सिराज. सिद्धार्थ कौल ने आखिरी ओवर्स में जिस तरह से यार्कर और गति परिवर्तन का प्रयोग वो सच में काबिले तारीफ था. भुवी इस साल सबसे ज्यादा विकेट हासिल किये हैं.भुवी ने इस साल 26 विकेट हासिल किये हैं .
टीम में बड़े बदलाव
आईपीएल में हार साल बड़े खिलाड़ियों को टीम से बाहर करने से टीम थोड़ा सोचती थी, लेकिन इस बार टीम ने ये बड़े बदलाव भी किये. टीम ने गेल, स्मिथ, फाल्कनर, एंजेलो मैथ्यूज जैसे खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया. इसके अलावा मुंबई और कोलकाता ने अपने दो बड़े नाम हरभजन सिंह और युसूफ पठान को प्लेऑफ जैसे बड़े मुकाबले में बैठा दिया. इस निर्णय से इन टीमों ने ये साबित कर दिया कि टीम में अगर रहना है तो खिलाड़ियों को अपने नाम के हिसाब से प्रदर्शन भी करना होगा.
पुरे सत्र में बेहद साधरण अंपायरिंग
आईपीएल में अंपायरिंग का सत्र बेहद शानदार रहा. इस सत्र में जब भी अंपायरिंग के मानक देखे जाएँगे तो ख़राब परिणाम सामने आएँगे. आईपीएल के भारत का घरेलू सत्र हैं. ऐसे में आईपीएल में विदेशी अंपायर के प्रयोग की अनुमति नहीं हैं. ऐसे में भारतीय अंपायर का प्रयोग किया गया. लेकिन आईपीएल के दौरान उन्होंने बेहद ख़राब अंपायरिंग की. मैच के दौरान के गलती को अंपायर ने कई बार दोहराया. अंपायर के इन निर्णयों का असर मैच पर भी काफी ज्यादा पड़ा. उम्मीद की जा रही हैं आने वाले सीजन में अंपायरिंग का स्तर कुछ सही हो जाए.