आईपीएल 2020 अपने शानदार आगाज़ को तैयार है. इस बार कई नए खिलाड़ी लीग मे धमाल मचाने को तैयार हैं. क्रिकेट प्रेमी इसे खेल कम उत्सव की तरह देखते हैं. भारत जैसे देश मे वैसे भी क्रिकेट को एक धर्म की तरह पूजा जाता है. भारतीय कप्तान विराट कोहली की अगुवाई वाली फ्रेंचाइजी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के पास पिछले कई सीजन मे यह खिताब अपने नाम करने के मौके आये. लेकिन इसे किस्मत का खेल भी कहा जा सकता है कि टीम इन मौकों को भुनाने मे नाकामयाब साबित हुई.
आगामी सीजन को देखते हुए टीम ने नया लोगो जारी कर दिया है. फैन्स इसे टोटके के रूप मे देख रहे हैं. इसके पहले भी 2016 सीजन मे टीम ने अपना लोगो बदला था, इस बदलाव के साथ टीम ने 3 महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल की थी पढ़िए इस आर्टिकल में.
1. आरसीबी पंहुची थी फाइनल मे-
आईपीएल के इस 9वें सीजन मे टीम के लोगो बदलने के साथ ही टीम की किस्मत भी बदल गयी. 5 साल के लम्बे अंतराल के बाद कप्तान विराट कोहली की कप्तानी मे बेंगलुरु फाइनल मे पंहुची. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान डेविड वार्नर की अगुवाई वाली टीम सनराईजर्स हैदराबाद के सामने टीम के पास फिर से खिताब जीतने का मौका था.
हैदराबाद ने 20 ओवर मे 208 रन का स्कोर खड़ा किया. लक्ष्य का पीछा करने उतरी कोहली एंड कंपनी 20 ओवर मे 200 रन ही बना सकी. मैच मे आखिरी ओवर डाल रहे तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार की बचत भरी गेंदबाजी के चलते 9 रन से चूक गयी और हैदराबाद ने आईपीएल ख़िताब अपने नाम कर लिया.
2.कोहली बने थे सबसे अधिक रन स्कोरर के साथ,सबसे अधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज़-
इस सीजन की शुरुवात के पहले धाकड़ बल्लेबाज़ यूनिवर्सल बॉस क्रिस गेल आरसीबी टीम की बल्लेबाज़ी की रीढ की हड्डी थे. सामने वाले टीम के गेंदबाज़ उनके नाम से खौफ खाने लगे थे. इस 9 वें सीजन के साथ ही कोहली एक ऐसे बल्लेबाज़ के रूप मे उभरे जिनके मैदान पर बल्लेबाज़ी करते समय क्रिकेट फैन्स उनसे सिर्फ और सिर्फ शतक की उम्मीद करने लगे थे. एक ओपनर के तौर पर उन्होंने अपनी टीम को खुद ही संतुलित कर रखा था.
विराट कोहली ने इस सीजन मे रिकॉर्ड बल्लेबाजी करते हुए 16 मैचो मे सबसे अधिक 973 रन बना डाले. जिसमे उनका स्ट्राइक रेट 152.03 और बल्लेबाज़ी औसत 81.08 था. इसमें उनके शानदार 4 शतक शामिल थे. उन्होंने इस आईपीएल मे सबसे अधिक 38 छक्के भी लगाये थे.
2016 सीजन के पहले उनके नाम आईपीएल मे एक भी शतक दर्ज नही था. इस सीजन मे लय हासिल करते हुए टीम किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 113 ,गुजरात लायंस के खिलाफ 109, राईजिंग पुणे सुपरजायंट के खिलाफ 108 रन और फिर एक बार गुजरात लायंस के खिलाफ 100 रन के साथ कुल 4 शतक लगाये थे. वह एकलौते भारतीय बल्लेबाज़ हैं, जिनके नाम यह रिकॉर्ड दर्ज हुआ था.