क्रिकेट डेस्क। आरोन फिंच (74), दिनेश कार्तिक (नाबाद 41 रन) और ड्वेन ब्रावो (22/4) के शानदार प्रदर्शन की बदौलत गुजरात लायंस ने आईपीएल-9 के तीसरे मैच में सोमवार को किंग्स इलेवन पंजाब को 5 विकेट से हरा दिया। इसी के साथ गुजरात ने आईपीएल में अपने डेब्यू मैच में जीत का स्वाद चखा। गुजरात लायंस के कप्तान सुरेश रैना ने टॉस जीतकर पंजाब को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। पंजाब ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 161 रन बनाए। जवाब में गुजरात ने 14 गेंद शेष रहते पांच विकेट से मैच जीत लिया। पंजाब ने हार के साथ आईपीएल टूर्नामेंट की शुरूआत की है।
आइए नजर डालते हैं उन कारणों पर जिनके कारण उसे हार का सामना करना पड़ा-
मध्यमक्रम की बल्लेबाजी
ओपनर्स का आउट होना पंजाब को महंगा पड़ गया, मध्यक्रम के बल्लेबाज दवाब को नहीं झेल सके और जल्दी आउट हो गए। विशाल स्कोर की तरफ बढ़ रही पंजाब अचानक डगमगा गई। ड्वेन ब्रावो ने ग्लेन मैक्सवेल (2) और डेविड मिलर (15) को बोल्ड करके गुजरात की मैच में वापसी करा दी। ब्रावो ने अपने विशेष हथियार स्लोअर वन का इस्तेमाल करके मिलर का शिकार किया। पंजाब के बल्लेबाज अगर 20-25 रन और बनाते तो मैच का रुख बदल सकता था।
फिंच को बनने दिया अंगद
मैकुलम के आउट होने के बाद आरोन फिंच को पंजाब ने टीम पर खड़े रहने का अच्छा मौका दिया और यह उस पर काफी भारी पड़ा। फिंच ने
12 चौकों की सहायता से 74 रन की पारी खेल पंजाब से मैच खींच लिया। फिंच का विकेट साहू ने लिया लेकिन उस समय तक वो अपना काम कर चुके थे।
खराब फील्डिंग का नजारा
इसके साथ ही किंग्स इलेवन पंजाब का फील्डिंग के मामले में भी कमजोर नजर आई। दिनेश कार्तिक का कैच छोड़ना उसके लिए घातक साबित हुआ। जिस समय टीम को गुजरात लायंस पर दवाब बनाने की आवश्यकता थी उसी समय कैच का छूटना गेंदबाज के मनोबल को बुरी तरह से तोड़ देता है। इसका परिणाम यह हुआ कि कार्तिक ने 41 रन की नॉटआउट पारी खेली और अपनी टीम को जीत दिलाकर ही लौटे।
लचर गेंदबाजी
किंग्स इलेवन पंजाब के ओपनिंग गेंदबाज संदीप शर्मा कुछ प्रभावित करने में कामयाब रहे, लेकिन बाकी के गेंदबाज के साथ ऐसा नहीं हुआ। गुजरात लायंस के बल्लेबाजों को किसी भी गेंदबाज को खेलने में दिक्कत नहीं आ रही थी। जॉनसन से उम्मीदे बहुत थीं, लेकिन वह कुछ खास कारनामा नहीं दिखा सके। मोहित शर्मा भी काफी महंगे साबित हुए। पिच बल्लेबाजों के लिहाज से थी और उस पर शॉट पिच गेंदबाजी कर पंजाब ने गुजरात के बल्लेबल्लेबाजोंबाजों को जमने का खूब मौका दिया।
खराब कप्तानी
पंजाब के कप्तान से बड़ी उम्मीदे थी और वह जिस समय बल्लेबाजी करने आए थे, उस समय टीम अच्छी स्थिति में थी। लेकिन वह ज्यादा कुछ नहीं कर सके और 10 गेंदों में 15 रन बनाकर ड्वेन ब्रावो के शिकार बन गए। इसके साथ ही 161 रन का लक्ष्य एक ऐसा लक्ष्य है जिसे आसानी से हासिल नहीं किया जा सकता, लेकिन फील्डिंग की जमावट और गलत निर्णय ने इस मैच को गुजरात लायंस की झोली में डाल दिया।