क्रिकेट डेस्क। आज के दूसरे आईपीएल मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स और मेजबान रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीमें आमने-सामने हैं। मैच में दिल्ली की टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी बैंगलोर की टीम ने विराट कोहली (79) और एबी डीविलियर्स (55) के दम पर 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 191 रनों का पहाड़ खड़ा किया। जवाब में दिल्ली की टीम ने क्विंटन डी कॉक (51 गेंदों पर 108 रन) के दम पर 19.1 ओवर में ही 7 विकेट से जीत दर्ज कर ली।
आइए नजर डालते हैं उन कारणों पर जिनकी वजह से आरसीबी को हार का सामना करना पड़ा-
गेल का फेल हो जाना
दिल्ली के कप्तान जहीर खान ने पहले ही ओवर में क्रिस गेल (0) को स्लिप में जेपी डुमिनी के हाथों कैच आउट करा दिया। इसके बाद विराट और डी’विलियर्स ने पारी को संभाल लिया लेकिन गेल का लगातार आउट होना टीम के लिए समस्या बन गया है। उनके द्वारा रन ना बनाया जाना और जल्दी आउट हो जाने के कारण विरोधी टीम का मनोबल बड़ा देता है। इसके साथ ही आज टीम 20-30 रन की कमी के कारण हारी अगर गेल कुछ रन बनाते तो मामला कुछ और हो सकता था।
अंतिम ओवरों की स्लो बल्लेबाजी
आरसीबी की ओर से विराट की 79 रन की पारी एबी डीविलियर्स 55 रन की पारी शानदार रही और इसी का परिणाम था कि टीम का स्कोर 15.3 ओवर में 150 रन तक पहुंच चुका था। एबी के आउट होने के बाद वाटसन ने कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन उनके और विराट के आउट होने के बाद अंतिम ओवरों में आरसीबी की बल्लेबाजी पर लगाम लग गया। अंतिम ओवरों की बल्लेबाजी की नाकामयाबी आरसीबी पर भारी पड़ी। डेयरडेविल्स के गेंदबाजों ने अंतिम तीन ओवर में सिर्फ 19 रन खर्च किए जिससे चैलेंजर्स 200 रन के आंकड़े को पार नहीं कर पाए।
घटिया गेंदबाजी
आरसीबी की ओर से अगर शेन वॉटसन को छोड़ दिया जाए तो सभी गेंदबाजों की जमकर धुनाई हुई। शेन वॉटसन के अलावा अरविंद एक ऐसे गेंदबाज थे जो एक विकेट हासिल कर सके। इन दोनों को छोड़ दिया जाए तो बाकी सभी गेंदबाजों ने 10 से अधिक के औसत से रन लुटाए। कोई भी ऐसा गेंदबाज नहीं था जिसे दिल्ली के बल्लेबाजो को खेलने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो।
फील्डिंग में भी दिखी कमजोरी
आरसीबी की फील्डिंग का स्तर भी कमजोर नजर आया और उन्होंने रन रोकने के लिए ज्यादा जहमत नहीं उठाई और मैच हाथ से निकल गया। एक दो बार थ्रो सही गया तो विकेट कीपर ने स्टम्प पर गेंद मारने का कष्ट नहीं उठाया। इसके साथ ही फील्डिंग की जमावट भी सही नहीं थी। गेंदबाजों की शॉर्ट गेंदों को बल्लेबाजी आसानी से सीमा रेखा के बाहर भेजते रहे।
टॉस हारना भी पड़ा भारी
आरसीबी का टॉस हारना भी टीम पर भारी पड़ गया। आरसीबी को पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी और दिल्ली को मिले लक्ष्य को उन्होंने एक चुनौती के रूप में स्वीकार कर लिया। दिल्ली की टीम के क्विंटन डी कॉक (51 गेंदों पर 108 रन) पहले ही समझ चुके थे कि इस मैच को जीतना है तो रनगति को किसी भी कीमत पर कम नहीं होने देना है। लक्ष्य सामने होने से बल्लेबाज कई बार अपने आपको उसके अनुरूप ढालकर बल्लेबाजी करते है। आज यही हुआ और परिणाम आपके सामने है।