पिछले हफ्ते हुई 2018 आईपीएल रिटेंशन के बाद, सभी आठ आईपीएल टीम के फ्रेंचाइजियों ने नीलामी पर विचार-विमर्श करना शुरू कर दिया है। 27 और 28 जनवरी को आईपीएल 2018 के लिए ऑक्सन प्रक्रिया होगी। अब क्योंकि ऑक्सन टाइम ज्यादा दूर नहीं है, इसलिए आठों फ्रेंचाइजी ने आरटीएम कार्ड के लिए अपनी प्राथमिकताओं पर अंतिम फैसला लेना शुरू कर दिया होगा।
आपको बता दें कि मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली डेयरडेविल्स अधिकतम दो राइट-टू-मैच कार्ड का उपयोग कर सकते हैं, जबकि कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स, किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद तीन-तीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। अब जबकि सभी टीम अपने-अपने आरटीएम कार्ड के लिए नए खिलाड़िओं को तलाश और पुराने खिलाड़ियों पर विचार कर रही है, तो हम आपको बताते हैं कि किस टीम को अपने किस खिलाड़ी को रिटेन नहीं करना चाहिए।
चेन्नई सुपर किंग्स
एमएस धोनी, सुरेश रैना और रवींद्र जडेजा को बनाए रखने के बाद, चेन्नई सुपर किंग्स अपने आरटीएम का उपयोग दो विदेशी खिलाड़ियों पर कर सकते हैं, जिसका मतलब है कि उन्हें आईपीएल की नीलामी में अपने पुराने खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन को बनाए रखने की अनुमति नहीं होगी। लिहाजा वो ब्रैंडन मैकुलम, फाफ डु प्लेसिस, एंड्रयू टाइ, ड्वेन स्मिथ और ड्वेन ब्रावो जैसे दो खिलाड़ियों के लिए अपने आरटीएम का उपयोग कर सकते हैं।
मैकुलम के तौर पर सीएसके को एक विस्फोटक बल्लेबाज मिलेगा, जो बल्लेबाजी के एक मामले में विपक्ष के आत्मविश्वास को कभी भी तोड़ सकता है। इसके अलावा मैकुलम एक बेदह शानदार फिल्डर भी हैं और जरूरत पड़ने पर कप्तान एम एस धोनी को कप्तानी में भी मदद कर सकते हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स
आईपीएल के रिटेंशन में दिल्ली डेयरडेविल्स ने ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर की भारतीय जोड़ी को दक्षिण अफ्रीका के आलराउंडर क्रिस मॉरिस के साथ रखा है। ये तीनों पिछले कुछ सालों से डेयरडेविल्स यूनिट के बड़े खिलाड़ी हैं। अब आगामी आईपीएल नीलामी में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम मैनेजमेंट दो आरटीएम का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें से एक भारतीय खिलाड़ी के लिए होगा और दूसरा एक विदेशी खिलाड़ी के लिए।
भारतीय खिलाड़ियों के लिए आरटीएम का उपयोग करने के लिए उनके पास कुछ अच्छा विकल्प हैं। बैट्समैन संजू सैमसन आईपीएल में अपनी पहली शुरुआत के बाद लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और दूसरा खिलाड़ी लेग स्पिनर अमित मिश्रा है, जो आईपीएल के इतिहास में दूसरा सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला है। अगर दिल्ली की टीम इनमें से अलग विकल्प तलाश रही हैं, तो वो भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का चयन कर सकते हैं, लेकिन ऐसा होने की संभावना काफी कम है।
विदेशी खिलाड़ियों के लिए आरटीएम का उपयोग क्विनटन डी कॉक या कागीसो रबादा पर किया जाएगा। अगर वे इसका उपयोग करने में असफल हो जाते हैं तो वे पॅट कमिंस के लिए विकल्प चुन सकते हैं। उनके पास उनके विकल्प खुले होंगे लेकिन उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एंजेलो मैथ्यूज इसका हिस्सा नहीं हो, क्योंकि श्रीलंका के इस खिलाड़ी ने दिल्ली को कोई बड़ी जीत दर्ज कराने वाली पारी नहीं दी है। इसके अलावा वो पिछले कुछ वक्त से श्रीलंका के लिए भी अच्छा खेल दिखाने में असफल रहे हैं।
किंग्स XI पंजाब
किंग्स इलेवन पंजाब ने 2018 नीलामी से पहले हुए रिटेंशन में अक्षर पटेल को बरकरार रखा है और तीन आरटीएम कार्डों को बचा लिया है। इनमें से वो अधिकतम दो भारतीयों और एक विदेशी खिलाड़ी या दो विदेशी खिलाड़ियों और एक भारतीय पर उपयोग कर सकते हैं।
विदेशी विकल्पों में से पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के नेतृत्व में किंग्स XI पंजाब टीम प्रबंधन में हाशिम अमला, डेविड मिलर, ग्लेन मैक्सवेल, इयोन मॉर्गन, मार्टिन गुप्टल आदि शामिल हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मैक्सवेल पिछले चार सत्रों में किंग्स इलेवन के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे हैं और फ्रैंचाइजी आगामी नीलामी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बनाए रखने की कोशिश कर सकते हैं।
लेकिन, ये कई मायनों में एक अच्छा निर्णय नहीं होगा क्योंकि सबसे पहले, उनके पास आमला, मिलर, गुप्टिल आदि के रूप में बेहतर विकल्प हैं और आजकल, मैक्सवेल पहले जितना प्रभावी बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स
कोलकाता नाइट राइडर्स का रिटेंशन काफी चौंकाने वाला था क्योंकि उन्होंने अपने वेस्ट इंडीज के अंतरराष्ट्रीय ऑलराउंडर आंद्रे रसेल और सुनील नारायण को बरकरार रखने का फैसला किया है। उनके पास अब तीन आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल करने की अनुमति है जिनमें तीनों भारतीय खिलाड़ी ही होंगे।
सभी संभावनाओं दो देखने के बाद लगता है कि बल्लेबाज मनीष पांडे और चाइनामेन गेंदबाज कुलदीप यादव को बरकरार रखा जाएगा और तीसरा विकल्प रॉबिन उथप्पा, उमेश यादव, कप्तान गौतम गंभीर और पियुष चावला के रूप में हैं जिनमें से गौतम को अगर रिटेन नहीं किया जाता है तो उथप्पा आईपीएल के एक शानदार खिलाड़ी हैं। गौतम गंभीर 2011 के बाद से नाइट राइडर्स के कप्तान हैं और उन्होंने टीम को दो बार खिताब भी जिताया है।
मुंबई इंडियंस
मुंबई इंडियंस ने 2018 आईपीएल से पहले अपने तीन खिलाड़ी रोहित शर्मा, जसप्रित बुमराह और हारदिक पांड्या को बरकरार रखा है। तीन भारतीय खिलाड़ियों को बनाए रखने के बाद, मुंबई इंडियंस को दो आरटीएम कार्डों के उपयोग करने की छूट हैं और वो भी सिर्फ विदेशी खिलाड़ियों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
इस हिसाब से वे दो आरटीएम का उपयोग जोस बटलर, कीरोन पोलार्ड और मिशेल मैक्क्लेनाघन के बीच कर सकते हैं। उन्हें इन नामों से परे नहीं देखना चाहिए क्योंकि पोलार्ड ने 2010 में उनसे जुड़ने के बाद मुंबई के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और मैक्क्लेनाघन के साथ बटलर भी पिछले कुछ सत्रों में काफी अच्छा खेल दिखा रहे हैं। इसके अलावा उन्हें वेस्टइंडीज के बल्लेबाज लेंडल सीमन्स को भी ध्यान में रखना होगा।
फ्रैंचाइजी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे नीलामी में श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा को नहीं रखना चाहेंगे। पिछले कुछ सालों में मलिंगा ने रन तो काफी खर्च किए हैं लेकिन उस हिसाब से टीम को विकेट निकाल के देने में असफल रहे हैं।
राजस्थान रॉयल्स
दो साल के बाद आईपीएल में वापसी करने वाली टीम राजस्थान रॉयल्स ने भी किंग्स इलेवन पंजाब की तरह ही नीलामी से पहले सिर्फ एक खिलाड़ी को बनाए रखने का विकल्प चुना है। लिहाजा निलामी में वे सभी तीनों आरटीएम कार्डों का उपयोग कर सकती है। राजस्थान रॉयल्स सभी तीनों कार्डों को धवल कुलकर्णी, अजिंक्य रहाणे, जेम्स फाल्कनर, प्रवीण तांबे और रजत भाटिया के विकल्प में इस्तेमाल कर सकती है।
वे अपने कार्ड का उपयोग करने के लिए, रहाणे और फॉकनर के बीच सोच में पड़ सकते हैं। हालांकि रहाणे की वापसी एक अच्छा फैसला हो सकती है लेकिन ऑस्ट्रेलियाई अंतरराष्ट्रीय फॉकनर को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि पिछले कुछ समय की अगर बात करें तो फॉकनर का प्रदर्शन अचछा नहीं रहा है।
गुजरात लॉयंस के लिए भी वो खास खेल दिखाने में असफ रहे थे वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपनी आगामी इंग्लैंड की सीमित सीरीज से भी उन्हें बाहर कर दिया है। लिहाजा रॉयल्स के लिए बेहतर होगा कि वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए आरटीएम का उपयोग न करे और नीलामी में किसी अन्य खिलाड़ी के लिए पैसा बचाए।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने आईपीएल 2018 के लिए विराट कोहली को 17 करोड़ रुपये में रखा है, वहीं एबी डी विलियल्स और अनारक्षित भारतीय बल्लेबाज सरफराज खान को भी रिटेन किया है।
हालांकि कोहली और डी विलियर्स के बारे में तो समझा जा सकता है, लेकिन सरफराज को फ्रैंचाइज़ी द्वारा बरकरार रखा जाना थोड़ा चौंकाने वाला फैसला था। खासकर जब वे युजवेन्द्र चहल, क्रिस गेल, केएल राहुल आदि की जगह पर रिटेन किए गए।
अब आरसीबी अधिकतम दो आरटीएम का उपयोग कर सकती है, एक भारतीय के लिए और एक विदेशी अंतरराष्ट्रीय के लिए होगा। हालांकि संभवाना है कि टीम प्रबंधन चहल के रूप में सिर्फ एक भारतीय को बनाए रखने की कोशिश करेगा और अन्य खिलाड़ियों के लिए नीलामी पूल में जाएंगे।
यहां तक कि अगर वे एक विदेशी को बरकरार रखना चाहते हैं, तो उन्हें गेल के बारे में सोचना होगा क्योंकि वो पिछले दो सत्रों से टीम में तो हैं, लेकिन प्रदर्शन ना कर पाने की वजह से कोहली को उन्हें बैठाना पड़ गया था। आदर्श रूप में, उन्हें सिर्फ एक आरटीएम का उपयोग करना चाहिए और अगर वे दोनों का उपयोग करना चाहते हैं, तो इसका उपयोग गेल के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
सनराइजर्स हैदराबाद
सनराइजर्स हैदराबाद उन कुछ ही टीमों में से एक है जिन्होंने 2018 आईपीएल में रिटेंशन पर सबसे सही काम किया है। क्योंकि उन्होंने नीलामी से पहले केवल डेविड वार्नर और भुवनेश्वर कुमार को बरकरार रखा है। अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान को नहीं बरकरार रखने का फैसला कई लोगों के लिए आश्चर्यचकित हो सकता है क्योंकि राशिद खान पूरी दुनिया में खेले गए लगभग सभी टी -20 टूर्नामेंट में प्रभावी रहे हैं।
लेकिन, इससे एक बात तो साफ है कि टीम प्रबंधन नीलामी में जाने के लिए अपने बैग में कुछ पैसे रखना चाहती है। हैदराबाद की टीम तीन आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनमें से एक विदेशी खिलाड़ी के लिए और दो भारतीय खिलाड़ी के लिए होगा।
उम्मीद की जा रही है कि वे शिखर धवन और रशीद खान को दो आरटीएम के साथ टीम में रखेंगे। अंतिम आरटीएम के लिए उनके पास दीपक हुड्डा, एमडी सिराज और सिद्धार्थ कौल जैसे विकल्प हैं।
टीम मैनेजमेंट को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे युवराज सिंह के लिए अपने तीसरे आरटीएम का उपयोग न करें क्योंकि युवराज ने पिछले कुछ सीजन में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया है वहीं अंतरराष्ट्रीय टीम में भी वो वापसी नहीं कर पा रहे हैं। लिहाजा वो उनके बजाय दीपक हुड्डा जैसे युवाओं में निवेश कर सकते हैं।