आईपीएल में इन मैचों में अंपायरिंग नहीं खराब होती तो आज मुंबई इंडियंस नहीं होता विजेता 1

आईपीएल का 12 वां संस्करण खत्म हो गया है. इस पूरे आईपीएल सीजन अंपायर ने कई खराब फैसले लिए जिससे मैच का पासा पलट गया. कई बार आईपीएल की खराब अंपायरिंग का एक और नजारा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के मैच के दौरान देखने को मिला था.

मुंबई इंडियंस-बनाम-रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर

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रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच के दौरान मैच की दूसरी पारी में मुंबई के लसिथ मलिंगा ने 20वें ओवर की आखिरी गेंद लाइन के आगे से कराई लेकिन अंपायर ने इसे नो बॉल करार नहीं दिया. बैंगलोर टीम वो मैच 6 रन से हार गई थी. मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने इस फैसले के लिए अंपायर की कड़ी आलोचना की थी, जबकि विजेता कप्तान रोहित शर्मा ने भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था. विराट की टीम ये मैच हार गई थी.

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर फिर हुई खराब अम्पायरिंग का शिकार 

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मैच चल रहा था आरसीबीऔर हैदराबाद के बीच जब सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में उमेश यादव की गेंद को नो बॉल करार दिया गया जो कि नो बॉल नहीं थी. इसके बाद  इस फैसले की काफी आलोचना हुई. हालाँकि मैच के नतीजे पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. इस आईपीएल सीजन कई बार ऐसे विराट कोहली को गुस्सा होते हुए देखा गया है.

जब अंपायर के गलत फैसले के बाद भड़क गए पोलार्ड

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चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मुंबई इंडियंस आईपीएल 2019 का फाइनल मुकाबला खेल रही थी. फाइनल के दौरान जब अंपायर ने एक गेंद को वाइड करार नहीं दिया तो पोलार्ड ने बल्ला हवा में उछाल दिया. अंपायर के इस फैसले से यह कैरेबियाई बल्लेबाज गुस्से में नजर आया.  वो क्रीज से बाहर जाकर बल्लेबाजी करने लगे.  इसके बाद अंपायर ने इस शानदार बल्लेबाज को ऐसा करने से रोका. पर पोलार्ड ने सीजन के आखिरी मैच में अंपायरिंग को एक बार फिर चर्चा में ला दिया.

मैच में इस एक गेंद के वाइड देने से मुंबई इंडियंस के रन में इजाफा होता. कही अगली गेंद पर पोलार्ड छक्का मार देते. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि इसके बाद परिणाम पर भी कोई असर नहीं पड़ा और मुंबई फाइनल जीत गई.