Indian Premier Leauge: आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 (ICC T20 World Cup 2021) के सेमीफाइनल में लगभग जीती हुई मुकाबले को पाकिस्तान (Pakistan) के जबड़े से छिनने वाले ऑस्ट्रेलिया (Austrelia) के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड (Matthew Wade) सुर्खियों में हैं. मैथ्यू वेड ने सेमीफाइनल में शाहीन अफीरीदी के ओवर में लगातार तीन छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम को जीत दिलाते हुए पहली बार फाइनल में पहुंचाया था. वहीं, विस्फोटक बल्लेबाजी के बावजूद आईपीएल (IPL) में इस खिलाड़ी के नहीं खेलने का कारण पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने बताया है.
वेड को आईपीएल में मौका देने की मांग
आईसीसी टी20 के सेमीफाइनल मे धमाकेदार बल्लेबाजी कर ऑस्ट्रेलिया को जीताने वाले मैथ्यू वेड को फैंस आईपीएल में मौका देने की मांग कर रहे हैं. खुद मैथ्यू वेड लंबे समय से आईपीएल में खरीदार का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उन्हें अब तक मौका नहीं मिल पा रहा है. वहीं, वेड के आईपीएल में नहीं खेलने को लेकर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रैड हॉग (Brad Hogg) ने वजह बताई है. हॉग ने बताया है कि आखिर क्यों मैथ्यू वेड को आईपीएल (IPL) में अभी तक नियमित तौर पर मौका नहीं मिला पाया है.
हॉग ने बताई वेड को मौका नहीं मिलने की वजह
वन डे वर्ल्ड कप का हिस्सा रहे ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ब्रैड हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए कहा,
‘वेड के पास निरंतरता की कमी है. वह कभी भी मेरे फ्रंटलाइन सेलेक्शन नहीं होंगे. वेड ने सेमीफाइनल मैच में जो किया वो एकाध मैच की ही बात है. उस दिन उनकी किस्मत ने उनका साथ दिया था. क्या आप उस परफॉर्मेंस के आधार पर आईपीएल में उनका चयन करेंगे ? नहीं मैं तो नहीं करूंगा. आपको ये देखना होगा कि अगले कुछ महीनों में वो कैसा प्रदर्शन करते हैं.’
आईपीएल में वेड का खराब प्रदर्शन
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में महज 17 गेंद पर 41 रनों की धुआंधार पारी खेली थी. इस पारी के लिए उन्हें सेमीफाइनल मुकाबले में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. दूसरी तरफ मैथ्यू वेड के आईपीएल करियर की बात करें तो उन्होंने अब तक मात्र 3 आईपीएल मैच खेल पाये हैं. इन तीन मुकाबले में वेड ने 7.33 की मामूली औसत के साथ महज 22 रन बनाए हैं, यहीं वजह है कि उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिल पाता है. दूसरी तरफ उनकी उम्र आईपीएल में आड़े आ सकती है. आईपीएल में फ्रेंचाइजी अब युवा विकेटकीपरों पर ज्यादा फोकस कर ही है जिससे उन्हें मौके नहीं मिल पाता है.