14 से 18 मार्च के बीच देश में घरेलू ईरानी ट्रॉफी टूर्नामेंट का मैच खेला गया. ईरानी ट्रॉफी का यह मैच रणजी चैंपियन विदर्भ की टीम और शेष भारत की टीम के बीच खेला गया.
शेष भारत और विदर्भ के बीच खेला गया यह मैच ड्रा में समाप्त हुआ है और आज इसी मैच के चलते हम आपकों अपने इस खास लेख में ईरानी ट्रॉफी में बने इस मैच के आंकड़ो के बारे में ही बताएंगे.
ईरानी ट्रॉफी के मैच पर बने आँकड़ों में एक नजर :
- रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मयंक अग्रवाल को इस मैच में उमेश यादव ने आउट किया. उन्होंने मयंक अग्रवाल को रणजी सीजन में 2017-18 में दो पारियों में दो बार आउट किया था. उमेश यादव ने इस प्रकार मयंक अग्रवाल को तीन पारियों में तीन बार आउट करने का एक शानदार रिकॉर्ड बनाया है. मयंक अग्रवाल उमेश यादव की तीनों पारियों में मिलाकर खेली गई 21 गेंदों में 5.67 की औसत से मात्र 17 रन ही बना पाये है.
2. वसीम जाफर ने अपनी पिछली 6 ईरानी ट्रॉफी की पारियों में 6 फिफ्टी प्लस स्कोर बनाये है. जाफर गुंडप्पा विश्वनाथ के बाद ऐसा कारनामा करने वाले दुसरे खिलाड़ी बने है.
3. हनुमा विहारी और जयंत यादव के बीच 7वें विकेट के लिए हुई 216 रन की साझेदारी ईरानी ट्रॉफी की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी. इससे पहले सुरिंदर अमरनाथ व मदन लाल ने 7वें विकेट के लिए ईरानी ट्रॉफी में 219 रन की साझेदारी की थी.
4. वसीम जाफर का 286 रन का स्कोर ईरानी ट्रॉफी में बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर बन गया है. इससे पहले ईरानी ट्रॉफी में मुरली विजय ने 266 रन का स्कोर राजस्थान के खिलाफ साल 2012 में बनाया था.
5. वासिम जाफर और गणेश सतीश के बीच हुई तीसरे विकेट के लिए 289 रन की साझेदारी तीसरे विकेट के लिए की गई सबसे बड़ी साझेदरी बन गई है. वही सभी विकेट के लिहाज से चौथी सबसे बड़ी साझेदारी बन गई है.
6. विदर्भ की टीम द्वारा बनाया गया 800 रन का स्कोर ईरानी ट्रॉफी का सबसे बड़ा स्कोर बन गया है. इससे पहले शेष भारत की टीम ने साल 1990 में 737/7 रन का स्कोर बनाया था.
7. पहली पारी की बढ़त के आधार पर विदर्भ की टीम ने जीत हासिल की है और ऐसा पिछले 20 सालों में पहली बार हुआ है. इससे पहले साल 1998/99 में कर्नाटक की टीम ने शेष भारत के खिलाफ जीत हासिल की थी.