सालों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे स्विंग के स्पेशलिस्ट गेंदबाज इरफान पठान के चाहने वालों के लिए एक और बुरी खबर आई है.पठान जोकि भारतीय टीम में एक बार फिर वापसी की जुगत भिड़ा रहे थे इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत भी कर रहे थे. मगर अब उन्हें एक बहुत बड़ा झटका लगा है.
इरफान पठान को उनकी गृह टीम बड़ोदा से बाहर कर दिया गया है. यह खबर इस लिए भी बड़ी है, क्योंकि इस सत्र के लिए टीम का कप्तान बनाया गया था, लेकिन केवल दो मैचों बाद ही उन्हें न केवल टीम से बहर कर दिया गया बल्कि कप्तानी से भी हटा दिया गया.
इस युवा खिलाड़ी ने ली जगह-
इरफान पठान को टीम से हटाने के बाद मैनेजमेंट ने अंडर 19 टीम के सदस्य रहे युवा खिलाड़ी दीपक हूडा को कप्तान बनाया है. वह इरफान पठान की गैर मौजूदगी में रणजी सत्र के बचे मैचों की कप्तानी करेंगे. इसके आलावा तजुर्बेदार केदार देवदार को टीम की उप कप्तानी की जिम्मेदारी दी गयी है. उन्होंने 48 फर्स्ट क्लास और 46 लिस्ट A मैच खेले हैं.
बेहतरीन फॉर्म में चल रहे यूसुफ पठान भी हुए टीम से बाहर-
यूसुफ पठान रणजी मैचों के दौरान बेहतरीन फॉर्म में चल रहे थे. उन्होंने दो मैचों में शानदार दो शतक लगाए थे. मगर इरफान पठन के टीम से बाहर होने बाद युसूफ पठान भी बाहर हो गये. दरअसल, यूसुफ पठान टाइफायड का शिकार हो गये हैं. इस लिए अब उन्हें कुछ दिनों आराम करना पड़ेगा.
यह है बड़ोदा की टीम-
दीपक हूडा (कप्तान), केदार देवधर (उप-कप्तान), आदित्य वाघमोडे, विष्णु सोलंकी, स्वप्निल सिंह, मितेश पटेल, अतित शेठ, ऋषि अरोथ, सागर मंगलोकर, अभिजीत करंबेलकर, लुकमन मेरवाल, केतल पटेल, विराज भोसले, विजय हलाल और रुदेश वाघेला.
बड़ोदा के लिए करो या मरो का मुकाबला-
बड़ोदा की टीम का प्रदर्शन अभी तक रणजी में बिल्कुल अच्छा नही रहा है. बड़ोदा ने अपना पहला मुकाबला यूसुफ पठान के दो शतकों के बावजूद मध्य प्रदेश से हार गयी थी. ऐसे में उसे अगले दौर में पहुचने के लिए त्रिपुरा के खिलाफ मैच जीतना बहुत जरूरी होगा.