दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय यानी जेएनयू में रविवार को हिंसा भड़क गई। रात के वक्त लाठी और डंडा लिए नकाब में कई लोग परिसर में घूस आए और छात्रों के साथ ही शिक्षकों से भी मार पीट की। इस घटना में यूनिवर्सिटी की छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष के समेत करीब 30 छात्र घायल बताए जा रहे हैं। इस घटना के बाद वहां पुलिस बुलानी पड़ी।
इरफान पठान ने आलोचना की
भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने जेएनयू में हुए इस घटना की आलोचना की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर इस घटना को आम नहीं माना है। ट्विटर पर इरफान पठान ने लिखा
“कल जेएनयू में जो हुआ वह कोई नियमित घटना नहीं है। हॉस्टल में विश्वविद्यालय परिसर के अंदर सशस्त्र भीड़ द्वारा हमला किया जा रहा है, छात्रों को जितना हो सकता है उतने ही टूट गए हैं। यह हमारे देश की छवि में मदद नहीं कर रहा है।”
What happened in JNU yesterday is not a regular incident.
Students being attacked by armed mob inside University campus, in hostels, is as broken as it can get. This isn’t helping our country’s image #JNUViolence— Irfan Pathan (@IrfanPathan) January 6, 2020
4 जनवरी को लिया संन्यास
भारत के लिए 29 टेस्ट, 120 वनडे और 24 टी-20 मैच खेल चुके इरफान पठान ने 4 जनवरी को संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने 2012 में भारत के लिए अंतिम मैच खेला था। उनके बाद से उन्हें फिर खेलने का मौका नहीं मिला। पठान की गिनती भारत के सबसे बेहतरीन स्विंग गेंदबाज के रुप में की जाती है।
उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 2821 रन होने के साथ ही 301 विकेट भी दर्ज हैं। वह टेस्ट मैच के पहले ओवर में हैट्रिक लेने वाले दुनिया के पहले और एकमात्र गेंदबाज भी हैं। भारत ने टी-20 विश्व कप 2007 अपने नाम किया था और फाइनल मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 3 विकेट लेकर पठान मैन ऑफ द मैच बने थे।