झारखण्ड टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज़ इशांक जग्गी कुछ समय से घरेलू क्रिकेट में बहुत शानदार प्रदर्शन कर रहे है. यहाँ तक की घरेलू क्रिकेट में उन्हें अगला महेंद्र सिंह धोनी भी कहा जाने लगा है. सीरीज से बाहर होते ही महेंद्र सिंह धोनी के लिए आई बड़ी राहत की खबर
इशांक जग्गी ने मुश्ताक अली ट्रॉफी से रनों की बरसात करना शुरू किया था, उसके बाद 4 दिवसीय रणजी ट्रॉफी में भी उन्होंने काफी रन बनाये और अभी फ़िलहाल में हुई विजय हजारे ट्रॉफी में भी उन्होंने अपने इस शानदार प्रदर्शन को जारी रखा.
वह इशांक जग्गी की चल रही शानदार फॉर्म ही थी, जिसकी वजह से झारखण्ड टीम विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी दोनों में सेमीफाइनल तक पहुँची. आखिर ऐसा क्या हुआ, कि धोनी को जाना पड़ा दिल्ली के पुलिस स्टेशन!
इशांक जग्गी की शानदार फॉर्म को नज़र में रखते हुए उन्हें देवधर ट्रॉफी में मौका दिया गया है. इशांक जग्गी देवधर ट्रॉफी में इंडिया रेड की टीम से खेलते हुए नज़र आयेंगे. इशांक जग्गी झारखण्ड टीम के ऐसे एकलौते बल्लेबाज़ है, जिन्हें देवधर ट्रॉफी में मौका मिला है.
इशांक जग्गी ने अभी एक इंटरव्यू में अपनी इस सफ़लता का राज भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दिया है.
इशांक जग्गी ने कहा, “झारखण्ड टीम के साथ महेंद्र सिंह धोनी रणजी ट्रॉफी में ही जुड़ गए थे, वह उस समय टीम के साथ एक मेंटर की भूमिका निभा रहे थे. उन्होंने उस समय झारखण्ड टीम के सभी खिलाड़ियों को हर तरह के दबाव को झेलने के बारे में बताया. महेंद्र सिंह धोनी के पास मैंने बहुत समय बिताया है, जब भी मुझे मौका मिलता है, मैं उनसे जरुर कुछ ना कुछ सीखने चला जाता हूँ.” विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल मैच के दौरान महेंद्र सिंह धोनी के साथ हुआ कुछ ऐसा कि आपा खो बैठा यह दिग्गज
इशांक जग्गी ने आगे धोनी की कप्तानी में खेलने पर कहा, “महेंद्र सिंह धोनी बहुत अच्छे कप्तान है, वह हमेशा युवा खिलाड़ियों का सपोर्ट करते है. मैंने विजय हजारे में उनके साथ मैदान पर बहुत समय बिताया है और बल्लेबाज़ी में भी मैंने उनके साथ साझेदारी की है. बल्लेबाज़ी के दौरान हमेशा वह बहुत केलकुलेटिव रहते है और उन्हें सब पता रहता है, की कब बड़ा शॉट खेलना है कब नहीं. उनके साथ खेलकर मैंने बहुत कुछ सीखा है.”