सुप्रीम कोर्ट के कड़े कदम के बाद बीसीसीआई से सभी लोगों को बाहर कर दिया गया हैं. आमतौर पर जब टीम का चयन होता हैं, तब बीसीसीआई प्रेसिडेंट और सचिव आकर टीम बताते हैं, लेकिन इस बार आखिरकार टीम के मुख्य चयनकर्ता MSK प्रसाद ने आकर टीम की घोषणा की.
प्रसाद ने कहा, कि
“ये मिटिंग बीसीसीआई के सीईओ ने आयोजित की थी.”
प्रसाद ने मिडिया से कहा, कि
“अगर आप सभी ये कहते हैं कि ये टीम कप्तान और कोच की हैं तो चयनकर्ताओं को इससे काफी बुरा लगता हैं. हमने जितने भी खिलाड़ी चुने हैं उन्होंने अच्छा किया हैं. जयंत यादव और करूण नायर को आपने देखा ही होगा कि कैसे दोनों ने कमाल का प्रदर्शन किया और चयनकर्ताओं के भरोसे पर खरे उतरे.”
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प्रसाद ने कहा, कि
“ये चयनकर्ताओं का फैसला होता हैं, कि किसे टीम में ले और किसे नहीं. हम सिर्फ ये सोचते हैं, कि हम अच्छी टीम चुने और बेहतर टीम चुने. हम ये नहीं देखते की हमने टीम चुनी और इसका श्रेय हमे मिले ऐसा हम नहीं सोचते. हम खुलकर फैसले लेते हैं और ये नहीं देखते, कि हमे सफलता मिलेगी या नहीं हम अच्छी टीम चुनने की कोशिश करते हैं.”
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प्रसाद ने ये बयान इस वजह से दिया, क्योंकि जब भी चयनकर्ता किसी भी खिलाड़ी को टीम में मौका देते हैं, तब हमेशा लोग और मिडिया इसे कप्तान और कोच की सोच कहते हैं. चयनकर्ताओं पर कोई कभी कुछ नहीं कहता और कभी भी इसका श्रेय भी चयनकर्ताओं को नहीं मिलता.