इंग्लैंड और वेल्स में खेली गयी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के कड़वी यादें तमाम खेल प्रेमियों के जहन में अभी भी ताज़ा हैं. खासकर रविन्द्र जडेजा का हार्दिक पंड्या को रन आउट कराना. रातों रात जो रविन्द्र जडेजा जो युवा खिलाड़ियों के रोल मॉडल बनते जा रहे थे, वो अचानक से ही देश के सबसे बड़े विलन बन गये. सभी ने भारतीय टीम की हार का सबसे बड़ा कसूरवार रविन्द्र जडेजा को माना. किसने क्या कहा: भारत के मैच जीतने के बाद हर्षा भोगले सहित दुसरे लोगो ने बांधे तारीफों के पूल, लेकिन ये क्या कह गये सर रविन्द्र जडेजा
पहली बार बोले जड्डू
हाल में ही रविन्द्र जडेजा ने इवेंट में शिरकत की और वह रविन्द्र जडेजा से काफी सवाल जवाब किये गये. जब रविन्द्र जडेजा से फाइनल में हार्दिक पंड्या के रन आउट को लेकर सवाल किया गया तो रविन्द्र जडेजा ने अपना जवाब देते हुए कहा, कि
”क्रिकेट को बहुत ही करीब और नजदीक से जनाने वाले इस बात को बखूबी जानते हैं, कि यह क्रिकेट का एक अभिन्न हिस्सा हैं. कोई भी खिलाड़ी किसी भी अन्य खिलाड़ी को कभी भी जानबुझकर आउट नहीं कराता. हर कोई अपने देश के लिए खेलना चाहता हैं और यह सभी का एक बड़ा सपना भी होता हैं.” किसने क्या कहा: भारत की धमाकेदार पारी के बीच प्रसंशक हुए रविन्द्र जडेजा के फैन, दिनेश कार्तिक को लेकर भी भावुक हुए लोग
क्रिकेट में 100 बार रन आउट होते हैं
भारतीय ऑल राउंडर रविन्द्र जडेजा ने आपनी बात को आगे बढ़ाते हुए अपने बयान में कहा, कि ”क्रिकेट के खेल में 100 बार रन आउट होते हैं. मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता. आलोचकों का काम आलोचना करना होता हैं. आलोचकों के सुर हर श्रृंखला के साथ बदलते ही रहते हैं. मैं आलोचकों के लिए नहीं खेलता.”
क्या बोले थे पंड्या
रन आउट होने वाले वाक्य को लेकर ऑल राउंडर हार्दिक पंड्या ने अपनी बात जाहिर करते हुए कहा था, कि ”रन आउट के दर्द से उबरने में मुझे पूरे तीन मिनट लगे थे. मुझे बहुत जल्दी ही गुस्सा आ जाता हैं और जल्द ही शांत भी हो जाता हैं. रन आउट होने के कुछ ही पलों के बाद मैं ड्रेसिंग रूम में सभी के साथ मजाक कर रहा था.” हार्दिक पंड्या के साथ भारत के लिए 2019 का विश्वकप जीतना चाहता है यह युवा भारतीय खिलाड़ी
आप सभी को याद दिला दे, कि फाइनल मैच में हार्दिक पंड्या ने पाकिस्तान के खिलाफ विस्फोटक 76 रनों की पारी खेली थी. भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच में 180 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.