राहुल द्रविड़
तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह इन दिनों अपनी चोट की वजह से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. बुमराह वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त में हुई टेस्ट सीरीज के बाद चोटिल हो गए थे. इसके बाद वे निजी डॉक्टर्स के साथ चोट से उबरने का प्रयास कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने भारतीय टीम के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे वनडे से पहले विशाखापट्टनम में अभ्यास किया था. जिसके बाद वो अपना फिटनेस टेस्ट कराने के लिए राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली NCA के पास गए.

राहुल द्रविड़ ने जसप्रीत बुमराह का फिटनेस टेस्ट लेने से किया था इनकार

जसप्रीत बुमराह के फिटनेस टेस्ट विवाद के बाद राहुल द्रविड़ को लगी फटकार 1

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, द्रविड़ और फिजियोथेरेपिस्ट आशीष कौशिक ने बुमराह का फिटनेस टेस्ट लेने से मना कर दिया है. इन रिपोर्ट्स के बाद बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा था, ‘‘भारतीय खिलाड़ियों को एनसीए में जाना होगा. हम सुनिश्चित करेंगे कि यह आरामदयक हो.’’ गांगुली ने इस मामले पर द्रविड़ से बात करने की भी बात कही है.

सूत्रों ने कहा जसप्रीत बुमराह ने खुद से कोई निर्णय नहीं लिया

जसप्रीत बुमराह

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एक सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, ‘किसी भी मौके पर बुमराह ने अपने मन से कुछ नहीं किया. उन्हें विशाखापत्तनम में रिपोर्ट करने को कहा गया, तब उन्होंने नेट्स में बोलिंग की. उन्हें फिर विशाखापत्तनम से बेंगलुरु एनसीए जाने को कहा गया, जो उन्होंने किया.’ ‘एनसीए ने बुमराह को बताया कि उनका फिटनेस टेस्ट नहीं किया जा सकता और वह मुंबई जाएं, इस तेज गेंदबाज ने वैसा ही किया. कोई भी फैसला उनका निजी नहीं था.’

सूत्रों ने आगे कहा कि

24 वर्ष के इस गेंदबाज ने भारतीय क्रिकेट को नयी बुलंदियों में पहुँचाया है. इस खिलाड़ी को इन सब मामलों ने नहीं उलझाना चाहिए. लोगो को प्रगति के लिए हमेशा अपने काम को अभिमान से पहले तवज्जो देनी चाहिए. यदि राहुल द्रविड़ को लगता है कि जसप्रीत बुमराह पूरी तरह से फिट नहीं हैं तो उन्हें इसकी जानकारी बीसीसीआई को देनी चाहिए. फिर बीसीसीआई सोचेंगी की क्या करना है.

आखिर क्या विवाद है ?

बुमराह

26 साल के बुमराह आईसीसी वनडे रैंकिंग में नंबर एक गेंदबाज हैं. वे आईपीएल की टीम दिल्ली कैपिटल्स के ट्रेनर रजनीकांत के साथ मुंबई में रिकवरी कर रहे हैं. वहीं, रिपोर्ट्स के मुताबिक बुमराह ने भी टीम मैनेजमेंट को कहा कि वे एनसीए जाने के इच्छुक नहीं हैं.
दूसरी तरफ द्रविड़ का मानना है कि जब एनसीए ने उनका इलाज ही नहीं किया तो फिट होने का सर्टिफिकेट कैसे दें, अगर कुछ गलत होगा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा. एनसीए ऐसी किसी भी बात के लिए सर्टिफिकेट कैसे दे सकती है, जिसके बारे में उसे कुछ जानकारी ही नहीं है.