विश्व क्रिकेट में ऐसे कई क्रिकेटर्स हैं जिनको अपने बचपन के दिनों में काफी संघर्ष करना पड़ा। इनमें से भारतीय क्रिकेट में भी ऐसे कई खिलाड़ी शामिल हैं। बचपन में कई खिलाड़ियों को पैसों की तंगहाली से गुजरना पड़ा और अपने क्रिकेट के सामान के लिए काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना किया, लेकिन आज करोड़ो में खेल रहे हैं।
भारत के इस खिलाड़ी को बचपन में जूते खरीदने तक के लिए करना पड़ा संघर्ष
भारत के आज के कई दिग्गजों को अपने बचपन के दिनों में परिवार की स्थिति के कारण पैसों के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उनके पास क्रिकेट का सामान खरीदने तक के लिए संघर्ष करना पड़ा।
ऐसे ही खिलाड़ियों में भारतीय टीम में आज एक खिलाड़ी सबसे बड़ा स्टार बनकर बैठा है, जिसके पास पैसों की कोई कमी नहीं है लेकिन बचपन के दिनों में तो जूते खरीदने तक के पैसे नहीं थे।
जसप्रीत बुमराह ने देखे संघर्ष भरे दिन, बताया एक इंटरव्यू में
हम यहां पर बात कर रहे हैं भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की। जिनको उनके बचपन के एक जोड़ी जूते खरीदने के लिए भी मुश्किल का सामना करना पड़ा। इसका खुलासा खुद जसप्रीत बुमराह ने एक इंटरव्यू के दौरान किया।
भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वो केवल 5 साल के थे तो उनके पिता का देहांत हो गया था। इसके बाद बुमराह की मां दलजीत ने उन्हें और उनकी बहन को पाला। वो कुछ भी खरीद नहीं पाते थे उनके पास महज एक जोड़ी जूते थे और उनके पास एक ही टी शर्ट था। जिसे वो रोज पहनते और रोज धोते थे।
मेरे कद को देखकर लोग लेते थे मुझे हल्के में
बुमराह ने इसके बाद ये कहा कि “जीवन में आए ऐसे मुश्किल दिन आपको मजबूत बनाते हैं, फिर आगे चाहे आपके ऊपर कितनी भी विपत्ति आए आप उसके लिए तैयार रहते हो। “
बुमराह को लेकर उनकी मां दलजीत ने एक किस्सा बताया कि “एक दिन वो नाइकी के शोरूम में जूते देखने गए, लेकिन उनकी मां के पास वो जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे। फिर बुमराह ने कहा कि वो एक ना एक दिन इन जूतों को जरूर खरीदेंगे।”
ऐसे हुई बुमराह की भारतीय टीम में एन्ट्री
जसप्रीत बुमराह ने अपने इंटरव्यू में उनके खेलने को हल्के में लेने की बात भी बतायी और कहा कि “उन्हें कई लोगों ने कहा था कि वो 6 महीनें से ज्यादा रणजी ट्रॉफी में नहीं खेल पाएंगे। मैं पलता था और मेरा कद देखकर लोग मुझे हल्के में लेते थे। वो सोचते थे कि ये क्या गेंद फेंकेगा। इसके बाद जब मैं पहली गेंद फेंकता था तो लोग चौंक जाते थे।”
भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह को आईपीएल के कारण जगह मिली। जब बुमराह 19 साल के थे तो सैयर मुश्ताक अली ट्रॉफी में गुजरात के लिए मुंबई के खिलाफ खेल रहे थे। उनकी वहां पर गेंदबाजी से मुंबई से जुड़े लोग प्रभावित हुए और बाद में उन्हें मुंबई इंडियंस में ट्रायल के लिए बुलाया और टीम में शामिल किया गया।