आज भारतीय टीम के जब नंबर एक गेंदबाज की बात होती है तो सबसे पहले जसप्रीत बुमराह का नाम सामने आता है. इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम में पर्दापण करने के बाद खुद को और बेहतर किया है. जिसके बारें में बात करते हुए अब एक इंटरव्यू में जसप्रीत बुमराह ने अपने भारतीय टीम के लिए पर्दापण की कहानी को बताया है.
जसप्रीत बुमराह ने अब बताया पर्दापण के समय कितना था दवाब
एकदिवसीय फ़ॉर्मेट में विश्व के नंबर 2 गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का करियर अब तक बहुत ही शानदार रहा है. इस खिलाड़ी ने लगातार खुद को बेहतर साबित किया है. भारतीय टीम के लिए बुमराह ने अपना पर्दापण 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था. उस एकदिवसीय मैच के बारें में बात करते हुए अब क्रिकबज्ज़ के शो स्पाइसी पिच में दिए इंटरव्यू पर बोलते हुए जसप्रीत बुमराह ने कहा कि
” मैं जिस दिन ऑस्ट्रेलिया पहुंचा उस दिन बारिश के कारण अभ्यास ही नहीं हुआ तो मुझे लगा की अब खेलने का मौका नहीं मिल पायेगा. क्योंकि किसी ने मेरा खेल देखा नहीं है की मैं क्या कर सकता हूँ. जिसके कारण मैं बहुत फ्री था.”
मैच से पहले डर गये थे जसप्रीत बुमराह
अपने पर्दापण के पहले जसप्रीत बुमराह डरे हुए थे. जिसके बारें में बोलते हुए बुमराह ने कहा कि
” लेकिन अगले दिन टीम मीटिंग के दौरान मेरे पास उस समय के टीम डायरेक्टर रवि शास्त्री आयें और पूछा की क्या आप खेलने के लिए तैयार हो. मैंने कहा हाँ पर क्यों पूछ रहे हैं. उन्होंने कहा क्योंकि तुम आज खेल रहे हो.” मैं उस समय डर गया था. बहुत ज्यादा दवाब में था.”
उन्होंने आगे कहा कि
” उसके बाद मैंने खुद से कहा कोई बात नहीं घरेलू मैच जैसा ही है. उसके बाद मैं लगातार सोच रहा था की कोई सीनियर खिलाड़ी मेरे पास आयेगा और कुछ बताएगा. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, हम लोग ग्राउंड पहुँच गये और टॉस भी हो गया. लेकिन कोई मेरे पास कुछ बताने के लिए नहीं आया.”
महेंद्र सिंह धोनी ने दी थी सलाह
मैच के पहले उन्हें किसी सीनियर के कोई सलाह नहीं दी. गेंदबाजी करने के ठीक पहले महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें छोटी सलाह दी थी. जिसके बारें में बोलते हुए बुमराह ने कहा कि
” जब मैं गेंदबाजी करने जा रहा था उस समय एमएस ने मुझे बुलाया और कहा अपनी तरह खेलो और मजे ले मैच के. मैं सोचा ये तो बहुत कम था लेकिन उसके बाद मैंने उसे ऐसे खेला जैसे गुजरात के लिए खेल रहा हूँ.”