विश्व कप 2019 यानी कि विश्व कप का 12वा चरण इस बार इंग्लैंड और वेल्स मे खेला जा रहा है. इस बार टूर्नामेंट मे दस टीमों ने भाग लिया है. सभी टीमे अपना पहला मैच खेल चुकी है. इस बार भारत को जीत का दावेदार माना जा रहा है. भारत ने टूर्नामेंट के पहले मैच मे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जीत हासिल कर इसका आगाज कर दिया है. जसप्रीत बुमराह का जलवा बरकरार रहा.
जसप्रीत बुमराह उमीदों पर खरा उतरने के लिए खेलते है मैच
वनडे में दुनिया की नंबर एक के गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाजों के लिए एक बुरा सपना बनते जा रहे है. बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी गेंदबाजी कमाल की थी.
अफ्रीका टीम के सलामी बल्लेबाज और अनुभवी बल्लेबाज आमला को उन्होंने चुटकियों मे आउट कार दिया. असामान्य रूप से स्लिंग एक्शन के साथ, बुमराह सभी प्रारूपों में सटीक बैठते है.
बुमराह का कहना है कि खेल के दौरान वह इस बात पर ध्यान देते है कि टीम उनसे वास्तव मे क्या चाहती है. उनका मानना है कि लेंथ बॉल ऐसी चीज है जिससे वह बल्लेबाज को नचा सकते हैं, जब वह गेंदबाजी करते है तो सामने वाले बल्लेबाज को जल्दी से उस गेंद से निपटने का रास्ता नहीं दिखता है.
जसप्रीत बुमराह को सीखने की चाहत ने बनाया होनहार
बुमराह का कहना है कि वह नई तकनीक और नई चीजे सीखने मे कभी संकोच नहीं करते. उनकी नजर हरदम इस बात पर होती है कि कहाँ क्या नया हो रहा है. आगे चल के उस चीज को वह खुद पर लागू करें और उसको अपनी गेंदबाजी मे जोड़ सके.
जसप्रीत बुमराह के लिए प्रैक्टिस सबसे जरुरी है उसको दरकिनार नहीं कर सकते क्योंकि मैदान पर किसी चीज को तभी सफलतापूर्वक लागू कार सकते है जब नेट्स पर उसकी प्रैक्टिस की गई हो.
जसप्रीत बुमराह को कोई फर्क नहीं पड़ता कि सामने कौन सा बल्लेबाज खड़ा है. वो अपनी गेंदबाजी से बस उस बल्लेबाज को नचाने पर ध्यान देते है.
उन्होंने कहा
“ज्यादातर बार, मैं उम्मीदों के बारे में नहीं सोचता. मैं सिर्फ यह जानने की कोशिश करता हूं कि टीम वास्तव में मुझसे क्या चाहती है. मे चीजों को सरल रखने मे विश्वास रखता हूं”.
विराट कोहली के हैं प्रिय
कोहली को बुमराह का तरीका सबसे ज्यादा पसंद है. उनका मानना है कि बुमराह के साथ सीधा फंडा है, उनका जैसा प्रदर्शन अप नेट्स प्रैक्टिस पर देख रहे हैं, वहीं प्रदर्शन आपको मैदान पर भी दिखेगा. जसप्रीत बुमराह सामने वाले को बहुत जल्द समझ जाते हैं.
अगर बुमराह के सामने खड़े हो कर खेलना है, तो अच्छे शॉट्स लगाने होंगे और अपनी तकनीक मे परिवर्तन करते रहना पड़ेगा. उनकी गेंद के सामने अगर थोड़ा भी झिझके तो वह बल्लेबाज की कमजोरी को खुद की ताकत बना लेते है.