इंग्लैंड की दूसरी पारी के 5 विकेट हासिल कर चुके भारतीय टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह तीसरे टेस्ट के चौथे दिन के खेल के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आये. अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कई रोचक बाते कही है.
दूसरी नई गेंद ने विकेट निकालने में की मदद
जसप्रीत बुमराह ने कहा, “जब स्टोक्स और बटलर की साझेदारी चल रही थी, तो हमारा लक्ष्य सिर्फ सही दिशा और सही लम्बाई से गेंदबाजी करना था. धुप निकली हुई थी, इसलिए उस समय गेंद ज्यादा स्विंग नहीं कर रही थी और विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान हो गया था, लेकिन हमें उम्मीद थी, कि अगर हम प्रेशर बनाये रखेंगे, तो कभी भी हमें इसका अच्छा नतीजा मिल सकता है.
दूसरी नई गेंद ने हमें विकेट निकालने में मदद की, क्योंकि पुरानी गेंद की अपेक्षा नई गेंद ज्यादा स्विंग करती है. हम उस समय ज्यादा आगे की नहीं सोच रहे थे. हम दो विकेट एक साथ नहीं, बल्कि एक समय पर सिर्फ एक विकेट लेना चाहते थे. हमें पता था, कि एक विकेट बाद हमें विकेट मिलते जायेंगे. “
नेट पर गेंदबाजी का कर रहा था अभ्यास
बुमराह ने आगे कहा, “मैं जब चोटिल था. तब मैं नेट पर गेंदबाजी का अभ्यास कर रहा था. जब मैं घर भी गया था, तो वहां भी जिम में ट्रेनिंग भी कर रहा था. मैं हमेशा यही सोच रहा था, कि मैं इन परिस्तिथियों में कैसे अपनी गेंदबाजी में सुधार ला सकता हूं.
शुरूआती दो मैचों को काफी ध्यान से देख रहा था, कि कैसे दोनों टीमों के खिलाड़ी खेल रहे है और मुझे इससे काफी मदद भी मिली है. मैं नेट में तो गेंदबाजी कर रहा था, लेकिन मैच में खेलना अगल बात होती है. कोच भरत अरुण ने भी मेरे ऊपर अच्छा काम किया. टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहना बहुत जरुरी है.”
बटलर के खिलाफ मेरी योजना थी साफ़
बुमराह ने आगे जोस बटलर को लेकर कहा, “बटलर के साथ मैं मुंबई इंडियन टीम के साथ खेला हूं. मैंने उन्हें नेट्स में गेंदबाजी तो की है, लेकिन बहुत ज्यादा नहीं की है. उनके साथ एक अच्छी प्रतिस्पर्धा रहती है, क्योंकि वह एक आक्रामक खिलाड़ी है और टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक है.
उनको एक अच्छी शुरूआत मिली थी, लेकिन मैं भी सिर्फ अपनी ताकतों पर गेंदबाजी करना चाहता था. मैं उनको आईपीएल में भी एक- दो बार आउट कर चुका हूं और नेट्स में भी मैंने उन्हें आउट किया है, इसलिए मेरी योजना साफ़ थी, कि मुझे उनके खिलाफ कैसे गेंदबाजी करनी है. “