भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच बैंगलुरू में खेला जा रहा है। इस दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम का जबरदस्त प्रदर्शन जारी रहा और दूसरे दिन के खेल के खत्म होने तक श्रीलंका पर पूरी तरह से नकेल कसते हुए क्लीन स्वीप की तैयारी कर ली है।
भारत ने पिंक बॉल टेस्ट में भी जीत की तैयारी की
बैंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जा रहे इस दूसरे टेस्ट मैच में भारत ने दूसरे दिन श्रीलंका की पहली पारी को सस्ते में समेटने के बाद अपनी दूसरी पारी घोषित करने के साथ ही श्रीलंका को एक बहुत ही बड़ा लक्ष्य दिया है।
पिंक बॉल से खेले जा रहे इस डे-नाइट टेस्ट मैच में दूसरे दिन श्रीलंका की टीम को केवल 109 पर ही ढेर कर दिया। भारत ने अपनी दूसरी पारी 9 विकेट के नुकसान पर 303 रन बनाकर घोषित करने के साथ ही 447 रन का टारगेट रखा है।
चिन्नास्वामी की पिच को लेकर बुमराह ने कही खास बात
श्रीलंका की दूसरी पारी में 28 रन पर 1 विकेट गिर चुका है, और भारत ने एक बड़ी जीत की तैयारी कर ली है। वहीं इस पिच को लेकर भी दो दिन खेल में गिरे 30 विकेट को देखते हुए तरह-तरह की बातें की जा रही हैं।
भारतीय टीम को इस चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच को लेकर शिकायत का सवाल जब भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से किया गया तो उन्होंने इसका जवाब बड़े शानदार ढंग से दिया। पहली पारी में 5 विकेट लेने वाले बुमराह ने इस पिच पर अपनी बात रखी।
आपको हर बार नहीं मिलेगी एक जैसी पिच
बुमराह ने कहा कि, “आप हमेशा अलग-अलग परिस्थितियों में खेलते हैं, हर विकेट एक जैसा नहीं होता। अगर गेंदबाजों को कुछ मदद मिलती है तो इससे आपको (बल्लेबाज को) काफी आत्मविश्वास मिलता है जब आप ऐसे विकेट पर रन बनाते हैं। आपको हर जगह फ्लैट विकेट नहीं मिलेगी।”
“इसलिए जब भी आपके सामने ऐसी चुनौती आती है तो आप उसका सामना करने के लिए तैयार रहते हैं। कोई खिलाड़ी विकेट के बारे में शिकायत नहीं कर रहा है। हर कोई परफॉर्म करने के लिए रास्ता ढूंढ रहा है और टीम के लिए योगदान देना चाहता है। वह जानते हैं कि अगर वह इस मुश्किल विकेट पर रन बनाएंगे तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।”
टीम के लिए योगदान देना अच्छा अहसास
जसप्रीत बुमराह ने घरेलू सरजमीं पर पहली बार टेस्ट में 5 विकेट हॉल किया है, जिसे लेकर उन्होंने कहा कि “यह अच्छा लगता है। जब आप तीनों फॉर्मेट में खेलते हैं, तो आपको अपने शरीर की देखभाल करनी होती है और आप कभी-कभी घरेलू टेस्ट से चूक जाते हैं। यह एक मौका था और टीम की सफलता में योगदान करने में सक्षम होना हमेशा एक अच्छा अहसास होता है।”