भारतीय टीम के पूर्व तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ वर्तमान समय में आईसीसी के मैच रेफरी है और भारतीय टीम के लिए वह एक शानदार तेज गेंदबाज रहे है.
जवागल श्रीनाथ ने भारतीय टीम के लिए 1991 से 2003 तक भारत के लिए क्रिकेट खेला था. अपने 12 साल के करियर में जवागल श्रीनाथ भारतीय टीम की कई जीत में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था.
2006 में बने मैच रैफरी
आपको बता दे, कि क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद जवागल श्रीनाथ ने अपनी दूसरी पारी एक मैच रैफरी के तौर पर शुरू की है. उन्होंने मैच रैफरी के तौर पर अपना पहला मैच कोलंबो में 2006 में श्रीलंका और साउथ अफ्रीका के बीच हुए एक टेस्ट मैच से शुरूआत की थी. वही उन्होंने वनडे मैच में अपने मैच रैफरी होने की शुरूआत इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच हुए एक मैच से की थी.
बताया अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ विपक्षी बल्लेबाज
इंटरनेशनल बिज़नेस टाइम्स को अपना एक बयान देते हुए जवागल श्रीनाथ ने अपने 12 साल के करियर के दौरान खेलने वाले उस बल्लेबाज का नाम बताया है. जिसे जवागल श्रीनाथ को गेंदबाजी करना सबसे कठिन लगता था.
अरविन्द डिसिल्वा को गेंदबाजी करना था कठिन
जवागल श्रीनाथ ने इंटरनेशनल बिज़नेस टाइम्स से बात करते हुए अपने करियर के सबसे मुश्किल विपक्षी को लेकर कहा, “मुझे अपने पुरे करियर में अगर किसी बल्लेबाज के खिलाफ गेंदबाजी करने में सबसे ज्यादा परेशानी हुई, तो वह निश्चित तौर पर श्रीलंका के बल्लेबाज अरविन्द डिसिल्वा थे. उन्हें गेंदबाजी करना कभी भी आसन नहीं होता था वह एक विपक्षी के तौर पर हमेशा हमारे लिए एक कठिन चुनौती पेश करते थे.
हाँ लारा और पोंटिंग को गेंदबाजी करना भी आसन नहीं होता था, लेकिन मैं फिर भी कहूँगा, कि अगर मुझे अपने करियर के दौरान गेंदबाजी करना जिसे पसंद नहीं था, तो वह अरविन्द डिसिल्वा ही थे.”
सचिन और द्रविड़ नेट्स में भी नहीं देते थे विकेट
जवागल श्रीनाथ ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा, “सच कहू, तो मेरे लिए सचिन और द्रविड़ को नेट्स में गेंदबाजी करना भी एक कठिन काम होता था, क्योंकि सचिन और द्रविड़ दोनों ऐसे बल्लेबाज थे जो नेट्स में भी अपना विकेट नहीं देते थे.”
आपको बता दे, कि 2003 विश्वकप में जवागल श्रीनाथ ने भारतीय टीम के लिए एक अहम भूमिका निभाई थी और भारत की उस विश्व कप में लगातार 8 जीत पर अपना एक बड़ा योगदान दिया था.
श्रीनाथ ने भारतीय टीम के लिए 67 टेस्ट मैच व 229 वनडे मैच खेले. जिसमे श्रीनाथ ने टेस्ट में 236 व वनडे में 315 विकेट लिए है.