वॉरविकशायर और पूर्व इंग्लैंड के बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने घोषणा की है कि वह 2018 के घरेलू सत्र के अंत में एक शानदार 17 साल के खेल करियर के बाद संन्यास ले लेंगे, इसके साथ ही ये 52 टेस्ट और 68 वनडे खेलने के बाद अब पूरी तरह से क्रिकेट को अलविदा कहने वाले है। अब ये 37 वर्षीय ट्रॉट घरेलू क्रिकेट से भी संन्यास लेकर अपने सफलतापूर्वक कैरियर को समाप्त करने वाले है।
ट्रॉट इंग्लैंड के लिए नंबर 3 पर एकदम सही फिट थे, जो एंड्रयू स्ट्रॉस और एलिस्टेयर कुक की शुरुआती साझेदारी और चार नंबर पर केविन पीटरसन के साथ मिलकर अच्छी बल्लेबाजी किया करते थे।
2013-14 एशेज दौरे से तनावपूर्ण बीमारी के साथ उन्हें अचानक वापस घर लौटना पड़ा था जिसके बाद इनका अंतरराष्ट्रीय करियर थोड़ा कम हो गया था। इसके बाद इन्होंने 18 महीनों बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ वापसी की, लेकिन छह पारियों में तीन बार जीरो पर आउट होने के कारण इन्होंने टेस्ट से संन्यास ले लिया था।
एक नजर ट्रॉट के करियर पर भी
ट्रॉट ने 2009 एशेज श्रृंखला के निर्णायक खेल में इंग्लैंड की टीम में जगह बनाई थी और पहला टेस्ट मुकाबला 20 अगस्त 2009 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, जहां उन्होंने दूसरी पारी में शानदार शतक बनाया था। इनके शानदार शतकीय पारी के साथ ही इंग्लैंड ने ओवल में ऐतिहासिक जीत हासिल की थी।
ट्रॉट के शानदार प्रदर्शन के चलते एंड्रयू स्ट्रॉस की अगुवाई वाली इंग्लैंड टीम आईसीसी टेस्ट टीम रैंकिंग के शीर्ष पहुंची थी, जबकि वह आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर के लिए गारफील्ड सोबर्स ट्रॉफी के विजेता भी रहे थे।
अब तक, जोनाथन ट्रॉट ने 17,750 प्रथम श्रेणी क्रिकेट में रन बनाये है और इंग्लैंड के लिए खेले गए 52 टेस्ट मैचों में नौ शतकों के साथ 44.08 की औसत से 3,835 रन बनाए हैं। इन्होंने लिस्ट ए में 9,785 रन बनाए हैं। इस प्रकार अब ट्रॉट क्रिकेट से पूरी तरह से संन्यास ले रहे है।