ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों द्वारा की गई बॉल टेम्परिंग के चलते इन दिनों क्रिकेट के पूर्व दिग्गज खूब बयान दे रहे है और पूर्व दिग्गजों के इसी बयानों के सिलसिले में साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी व फील्डिंग के ब्रांड अम्बेसडर कहे जाने वाले जोंटी रोड्स ने भी एक बड़ा बयान दिया है.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया खुद ले अपने खिलाड़ियों पर फैसला
साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी जोंटी रोड्स ने अपने बयान में कहा, “बॉल टेम्परिंग के आरोपियों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के पास है और अब यह उन पर निर्भर करता है कि वह इस बारे में क्या सोचते है.
अगर उनके बोर्ड को लगता है, कि उनके खिलाड़ियों ने क्रिकेट के खेल को बदनाम किया है और नियमों का उल्लंघन किया है, तो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को बॉल टेम्परिंग के आरोपियों पर प्रतिबंध लगाने का अंतिम फैसला लेना चाहिए”
मुश्किल सजा नहीं दी जा सकती
जोंटी रोड्स ने अपने बयान में आगे कहा, “मैं जनता हूं कि लोग बॉल टेम्परिंग के आरोपियों के लिए आजीवन प्रतिबंध की मुश्किल सजा के लिए कह रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह एक अलग आईसीसी कोड और नियमों के तहत आता है. ऐसे नियम केवल मैच फिक्सिंग पर ही लागू किए जा सकते हैं.
अगर आईसीसी बॉल टेम्परिंग के आरोपियों को सख्त सजा देना चाहता है, तो वह ऐसा कर सकता है, लेकिन यह एक लंबी प्रक्रिया है.
जोंटी रोड्स ने अपने बयान में आगे कहा, “अगर बॉल टेम्परिंग में खिलाड़ी जानबूझकर शामिल होते हैं, जैसे जब खिलाड़ी गेंद की गंदगी को साफ़ करने के लिए बॉल को सीमा रेखा के पास विज्ञापन बोर्ड पर मारते है, तो ऐसे खिलाड़ियों पर जरुर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए. मुझे लगता है, कि आईसीसी अपने नियमों के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर नरम नहीं रहा है.”
वार्नर की जगह रेनशा को किया टीम में शामिल
आपकों बता दे, कि डेविड वार्नर और स्टीवन स्मिथ पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है. वह तीसरे आरोपी कैमरन बैनक्रोफ्ट पर 9 महीने का प्रतिबंध लगा दिया है. डेविड वार्नर के स्थान पर चौथे टेस्ट मैच के लिए ओपनर बल्लेबाज मैट रैनशा को टीम में शामिल कर लिया गया है.