भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है। ऐसा हमेशा ही देखने को मिलता रहता है जब भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने-सामने होती है तो किसी ना किसी तरह के विवाद ने चर्चा बटोरी हो। इस बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बिना किसी विवाद के वनडे सीरीज को खत्म होते देखा गया।
कन्कशन सब्टीट्यूट से उठा विवाद
लेकिन वनडे सीरीज के बाद शुक्रवार से शुरू हुई तीन मैचों की टी20 सीरीज के पहले ही मैच में एक बड़े विवाद ने जन्म ले लिया है, जो अब धीरे-धीरे तूल पकड़ने लगा है। इस विवाद की शुरुआत मैच की पहली पारी के बाद अंतराल में हुई।
जब भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से अपने खिलाड़ी रवीन्द्र जडेजा के हेलमेट पर गेंद लगने को लेकर उन्होंने कन्कशन सब्टीट्यूट की मांग की, जिस पर भारत को युजवेन्द्र चहल के रूप में कन्कशन सब्टीट्यूट मिला।
कन्कशन सब्टीट्यूट पर जस्टिन लैंगर खफा, भिड़ गए मैच रेफरी से
रवीन्द्र जडेजा को भारत की पारी के आखिरी ओवर में मिचेल स्टार्क की गेंद बल्ले का किनारा लेते हुए हेलमेट पर लगी। हालांकि इसके बाद रवीन्द्र जडेजा ने बल्लेबाजी की और कुछ बाउन्ड्रीज लगाई। लेकिन बाद में भारतीय टीम ने उनके स्थान पर कन्कशन सब्टीट्यूट की मांग कर डाली।
It took four matches but the summer has had its first blow up…
It was between Justin Langer and match referee David Boon 😱😱😱 DETAILS >>> https://t.co/O4Cw2RrWEQ #AUSvIND pic.twitter.com/MUS3PT0Ogp
— Fox Cricket (@FoxCricket) December 4, 2020
आईसीसी के नियम के हिसाब से भारत को रवीन्द्र जडेजा के स्थान पर कन्कशन सब्टीट्यूट के रूप में युजवेन्द्र चहल को दिया गया, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया के कोच जस्टिन लैंगर काफी नाराज दिखे और उन्हें पारी अंतराल के बीच मैच रेफरी डेविड बून से भिड़ता देखा गया।
जस्टिन लैंगर ने कन्कशन सब्टीट्यूट पर दर्ज की आपत्ति
ऑस्ट्रेलिया की पारी शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान आरोन फिंच और कोच जस्टिन लैंगर मैच रेफरी डेविड बून के पास गए और युजवेन्द्र चहल के रूप में सब्टीट्यूट देने को लेकर आपत्ति करते दिखे। इस दौरान लैंगर ने काफी देर तक मैच रेफरी से इस फैसले को लेकर बहस की।
जस्टिन लैंगर को इस बात की आपत्ति थी कि रवीन्द्र जडेजा को हेलमेट पर गेंद लगने के बाद वो अपनी पारी को जारी रखा, तब किसी मेडिकल टीम ने उनकी जांच नहीं की, लेकिन मैच के बाद उनका कन्कशन मांगा गया जो उन्हें रास नहीं आया।