ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के मुख्य कोच जस्टिन लैंगर ने अपनी युवावस्था में क्रिकेट इतिहास के महान बल्लेबाज सर डोनाल्ड ब्रैडमैन से बल्लेबाजी में सुधार के लिए खास मदद मांगी थी। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के पूर्व बेहतरीन सलामी बल्लेबाज रहे जस्टिन लैंगर ने अपनी बल्लेबाजी में मध्यम गति के तेज गेंदबाजों को खेलने के लिए ब्रैडमैन से पत्र के जरिए मदद ली थी।
26 साल पहले जस्टिन लैंगर ने लिखा था डॉन को पत्र
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज रहे जस्टिन लैंगर जब 23 साल के थे यानी साल 1994 में उन्होंने महान सर्वकालिक दिग्गज बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी हो रही परेशानी का जिक्र किया था।
जस्टिन लैंगर ने 26 साल पहले अगस्त 1994 में ऑस्ट्रेलिया की टीम के श्रीलंका और पाकिस्तान दौरे से पहले जस्टिन लैंगर ने उन्हें हो रही मध्यम गति के तेज गेंदबाजों के खिलाफ परेशानी को लेकर सीधे तौर पर ब्रैडमैन को पत्र लिखा।
लैंगर ने पत्र में अपनी बल्लेबाजी समस्या का किया जिक्र
जस्टिन लैंगर ने इस पत्र लेखन का खुलासा क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू पर बात करते हुए किया। जिसमें उन्होंने कहा कि
“इस पत्र को लिखते समय मुझे थोड़ा शर्म महसूस हो रहा था। लेकिन मुझे लगा कि आप मुझे एक छोटी सी सलाह दे सकते हैं जो मुझे सफल टेस्ट क्रिकेटर बनने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकती है।”
डॉन ब्रैडमैन ने भी दिया उनके शब्दों में जवाब
इसका जवाब देते हुए डॉन ब्रैडमैन ने भी लैंगर को पत्र लिखा और उसमें उन्होंने लैंगर को
“आप खास तौर पर मध्यम तेज गेंदबाजों के खिलाफ समस्या का उल्लेख करते हैं। उनके खिलाफ, मैं गेंद आने से ठीक पहले हमेशा थोड़ा पीछे और तिरछा जाकर खेला करता था। वास्तव में, मेरी बल्लेबाजी का मुख्य आधार पीछे होकर खेलना था क्योंकि इससे आपको आगे खेलने वाले बल्लेबाजों के मुकाबले कई सारे शॉट्स खेलने का लचीलापन और पहल करने की छूट मिलती है।”
इसके बाद इस इंटरव्यू में अपने पत्र को लेकर वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच लैंगर ने आगे कहा कि “ अच्छी तकनीकि सलाह देने के साथ-साथ, सर डोनाल्ड ने मुझसे कहा था कि वो हमेशा आनंद लेने के लिए खेलते थे क्योंकि उन्हें क्रिकेट से प्यार था। उनका पत्र आज भी मेरी स्टडी टेबल पर एक कीमती स्मृति की तरह रखा है। जब भी मैं घर पर होता हूं तो उस पत्र को देखता हूं।”
A letter to Sir Don Bradman and the reply.
Justin Langer (who was 23 then) wrote a letter to Sir Don Bradman on August 15, 1994 seeking some advise on how to mentally prepare for a test series, test match, test innings. pic.twitter.com/xwYG45JHy9
— Cricketopia (@CricketopiaCom) November 18, 2020