टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहते हैं. कैफ खेल के साथ साथ सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं. वैसे तो अक्सर कैफ के ट्वीट की सरहना होती रहती है, लेकिन कभी कभी कई चीज़े कैफ की बहुत यूजर्स को पसंद नहीं आती. इस वजह से उन्हें ट्रोल करते हैं. कैफ सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा ट्रोल किये जाने वाले खिलाड़ियों में टॉप पर आते हैं.
इसी कड़ी में कैफ एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने एक न्यूज़ वेबसाइट पर निशाना साधा है. इसी ट्वीट के माध्यम से कैफ ने मीडिया पर व्यंग भी किया है. टीम इंडिया के इस पूर्व खिलाड़ी ने इस बार जातिगत व्यवस्था से जुड़ा ट्वीट किया है. कैफ के इस ट्वीट की यूजर्स जमकर तारीफ कर रहे हैं.
दरअसल, मोहम्मद कैफ ने द वायर नामक न्यूज़ वेबसाइट के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए उन्हें करार जवाब दिया है. द वायर नमक वेबसाइट ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि भारतीय टेस्ट टीम के 86 साल के इतिहास में अब तक 290 खिलाड़ी खेले हैं जिसमें मात्र 4 अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाड़ियों को मौका मिला है.
In the 86 years since India attained Test status, only 4 out of 290 players belong to the Scheduled Castes and Scheduled Tribes. https://t.co/bhf8dO7T6H
— The Wire (@thewire_in) July 26, 2018
इसी ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कैफ ने लिखा कि “कितने प्राइम टाइम पत्रकार एससी या एसटी हैं या इस मामले के लिए आपके संगठन में कितने वरिष्ठ संपादक एससी या एसटी हैं. खेल शायद एक ऐसा क्षेत्र है जिसने जाति की बाधाओं को सफलतापूर्वक तोड़ दिया है, खिलाड़ियों को समावेश के साथ खेलते हैं, लेकिन फिर हमारे पास ऐसी पत्रकारिता है जो घृणा फैलाने के लिए है.”
How many prime time journalists are SC or ST or for that matter how many senior editors in your organisation are SC or ST. Sports is perhaps one field which has successfully broken barriers of caste,players play with inclusiveness but then we have such journalism to spread hatred https://t.co/ludDNpPi3x
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) July 29, 2018