क्रिकेट में जातिगत आरक्षण को लाना इस न्यूज़ पोर्टल को पड़ा भारी, मोहम्मद कैफ ने दिया करारा जवाब 1

टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय रहते हैं. कैफ खेल के साथ साथ सामाजिक मुद्दों पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं. वैसे तो अक्सर कैफ के ट्वीट की सरहना होती रहती है, लेकिन कभी कभी कई चीज़े कैफ की बहुत यूजर्स को पसंद नहीं आती. इस वजह से उन्हें ट्रोल करते हैं. कैफ सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा ट्रोल किये जाने वाले खिलाड़ियों में टॉप पर आते हैं.

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इसी कड़ी में कैफ एक बार फिर सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने एक न्यूज़ वेबसाइट पर निशाना साधा है. इसी ट्वीट के माध्यम से कैफ ने मीडिया पर व्यंग भी किया है. टीम इंडिया के इस पूर्व खिलाड़ी ने इस बार जातिगत व्यवस्था से जुड़ा ट्वीट किया है. कैफ के इस ट्वीट की यूजर्स जमकर तारीफ कर रहे हैं.

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दरअसल, मोहम्मद कैफ ने द वायर नामक न्यूज़ वेबसाइट के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए उन्हें करार जवाब दिया है. द वायर नमक वेबसाइट ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि भारतीय टेस्ट टीम के 86 साल के इतिहास में अब तक 290 खिलाड़ी खेले हैं जिसमें मात्र 4 अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाड़ियों को मौका मिला है.

इसी ट्वीट को रिट्वीट करते हुए कैफ ने लिखा कि “कितने प्राइम टाइम पत्रकार एससी या एसटी हैं या इस मामले के लिए आपके संगठन में कितने वरिष्ठ संपादक एससी या एसटी हैं. खेल शायद एक ऐसा क्षेत्र है जिसने जाति की बाधाओं को सफलतापूर्वक तोड़ दिया है, खिलाड़ियों को समावेश के साथ खेलते हैं, लेकिन फिर हमारे पास ऐसी पत्रकारिता है जो घृणा फैलाने के लिए है.”