टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ऑलराउंडर कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों से लिखवाया है. 1983 में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज जैसी दिग्गजों वाली टीम को फाइनल में मात देकर खिताबी जीत दर्ज कर ली थी. मगर भारत को पहला विश्व कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव पर 17 साल बाद घूस लेने का आरोप लगाया गया था. जिसपर वह काफी भावुक हुए थे.
मनोज प्रभाकर ने लगाया था मैच फिक्सिंग का आरोप
1983 में भारतीय क्रिकेट टीम ने कपिल देव की कप्तानी में पहली खिताबी जीत दर्ज की थी. लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेले गए इस मैच में टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज को हराया था. इसके बाद 1994 में ऑलराउंडर ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. अपनी टीम को पहली आईसीसी ट्रॉफी जिताने के 17 साल बाद 2000 में दिग्गज खिलाड़ी पर मनोज प्रभाकर ने दावा किया था कि साल 1994 में कपिल देव ने उन्हें घूस देने की कोशिश की थी.
उस वक्त ऑलराउंडर कपिल देव भारतीय क्रिकेट टीम के कोच थे. मनोज प्रभाकर के इस विवादित बयान के बाद कपिल देव जैसे दिग्गज को टीम इंडिया का कोचिंग पद छोड़ना पड़ा. हालांकि सीबीआई जांच हुई तो विश्व कप विजेता पूर्व कप्तान को बेकसूर पाया गया और प्रभाकर ही मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया.
घूस लेने से पहले कर लेता आत्महत्या
विश्व कप विजेता कप्तान पर लगे इस आरोप ने भारतीय क्रिकेट को हिलाकर रख दिया था. उधर दिग्गज भी काफी भावुक हो रहे थे. उस दौरान एक इंटरव्यू के दौरान कपिल देव ने कहा था कि,
मैं किसी से पैसा लेने से पहले आत्महत्या कर लेता. मेरा सारा पैसा ले लीजिए, मुझे नहीं चाहिए. मैं ऐसे परिवार से आता हूं जहां इज्जत सबसे बड़ी चीज है.
कपिल देव का क्रिकेट करियर
टीम इंडिया को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव वर्ल्ड के शानदार ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक हैं. कपिल ने टेस्ट 131 मैच में 5248 रन और 434 विकेट्स लिए हैं. इसमें 8 शतक और 27 अर्धशतक शामिल है. वहीं वनडे में 225 मैचों में 3782 रन 253 विकेट्स लिए हैं. इसमें 1 शतक और 24 अर्धशतक शामिल हैं.
कपिल दुनिया के महान ऑलराउंडर्स में से एक हैं. बताते चलें, ऑलराउंडर खिलाड़ी के जीवन पर बॉलीवुड में ’83’ नाम से बायोपिक बन रही है. इसमें रणवीर सिंह, ऑलराउंडर की भूमिका में नजर आएंगे. ये फिल्म हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज की जाएगी.