दुनियाभर में कोरोना वायरस का कहर छाया हुआ है। कोरोना के आगे हर कोई पूरी तरह से बेबस दिखायी दे रहा है। कोरोना का कहर पिछले करीब 3 से 4 महीनों से चल रहा है जिसके आगोश में एक के बाद एक देशों के साथ ही पूरा विश्व ही चपेट में आ चुका है। कोरोना के कारण इन दिनों तमाम तरह के कामकाज बंद पड़े हैं।
कोरोना के बंद में क्रिकेट बोर्ड को हो रहा है आर्थिक नुकसान
कोराना वायरस के चलते इन दिनों क्रिकेट के मैदान में भी वीरानी छायी हुई है और क्रिकेट का खेल पूरी तरह से बंद पड़ा है। क्रिकेट पिछले करीब 2 महीनों से पूरी तरह से बंद होने के कारण क्रिकेटर्स अपने घरों में कैद हैं।
तो वहीं क्रिकेट के इस तरह से बंद होने के कारण कई क्रिकेट बोर्ड को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। उन्हें इस बंद के कारण कहीं से भी इनकम का कोई सोर्स नजर नहीं आ रहा है जिससे आर्थिक रूप से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कीरोन पोलार्ड पर भी पड़ी कोरोना के कारण आर्थिक मार
क्रिकेट के बंद होने से बोर्ड और फ्रेंचाइजी टीमों के आर्थिक नुकसान का एक बड़ा असर अब खिलाड़ियों पर भी नजर आ रहा है। कोरोना के कारण ये आर्थिक मार अब क्रिकेटर्स को भी झेलनी पड़ रही है जिसमें वेस्टइंडीज के कीरोन पोलार्ड और पाकिस्तान के युवा ऑलराउंडर फीम अशरफ को झटका लगा है।
इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में कीरोन पोलार्ड और फहीम अशरफ को उनकी टीम नॉर्थटम्पनशायर ने इस साल के लिए पैसों की तंगी के चलते बाहर कर दिया है। इन दोनों ही खिलाड़ियों को इसी साल नॉर्थटम्पनशायर ने अपनी टीम के साथ करार किया था।
नॉर्थटम्पनशायर ने पोलार्ड और अशरफ के कॉन्ट्रेक्ट को किया रद्द
कोरोना के कारण इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड को एक बड़ा नुकसान हो रहा है तो इनके तले खेलने वाली काउंटी टीमों को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसी कारण से वो किसी तरह से इस साल आर्थिक मामलों में ध्यान देने में लगे हैं।
आर्थिक दिक्कतों के चलते काउंटी टीम नॉर्थटम्पनशायर ने अपने विदेशी खिलाड़ियों के रूप में शामिल किए कीरोन पोलार्ड और फहीम अशरफ के कॉन्ट्रेक्ट को रद्द करने का फैसला कर दिया। इसको लेकर नॉर्थटम्पनशायर के मुख्य कोच डेविड रिप्ले ने कहा कि “निश्चित रूप से ये निराशाजनक है। क्योंकि वे शानदार खिलाड़ी हैं उनके टीम में शामिल होने को लेकर काफी चर्चा थी। मैं वास्तव में खिलाड़ियों और उनके प्रबंधन को उनकी समझदारी और सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।”