भारतीय टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के दौरे से जो शानदार फॉर्म हासिल की उसे इंग्लैंड के खिलाफ भी जारी रखा। बल्लेबाजी के साथ साथ पंत ने विकेट के पीछे भी लाजवाब प्रदर्शन किया। पूर्व भारतीय चयनकर्ता किरण मोरे ने बताया कि कैसे महज 17 साल की उम्र में पंत की बल्लेबाजी देखकर उनका नाम अपनी मोबाइल में नोट किया था।
कम से कम 100 टेस्ट खेलेंगे ऋषभ पंत: किरण मोरे
पूर्व चयनकर्ता ने बताया कि 2014 में पंत ने एक अंडर 19 मुकाबले में 133 गेंद पर 186 रन की पारी खेली थी और तभी उनका नाम अपनी मोबाइल में नोट किया था। उन्होंने कहा,
“जब कभी भी मैं किसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को देखता हूं तो मेरी आदत है कि उनका नाम अपने मोबाइल में नोट कर लिया करता हूं। मैंने तब अपने आप से कहा था यह लंबी रेस का घोड़ा है। अब मैं कहूंगा कि यह 100 टेस्ट मैच खेलने वाला खिलाड़ी है और यह इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के शानदार विकेटकीपिंग प्रदर्शन के आधार पर नहीं बोल रहा हूं।”
खुद पर बहुत मेहनत कर रहे हैं ऋषभ पंत
उन्होंने आगे कहा कि
“ऋषभ ने ऑस्ट्रेलिया में वाकई बहुत ही कड़ी मेहनत की है, जब वह विकेटकीपिंग करने आते हैं तो उनकी प्रतिक्रिया से आप अंतर पता कर सकते हैं। उन्होंने अपना काफी वजन कम किया है और खुद के उपर काफी मेहनत किया है। यह दिख रहा था जिस तरह से वह चेन्नई की टर्निंग और बाउंस लेती पिच पर विकेटकीपिंग कर रहे थे। हम चाहते हैं कि वह एक विकेटकीपर के तौर पर और सुधार करें क्योंकि हमें टीम में उनकी कीमत का पता है।”
ऋषभ पंत के सपोर्ट में बोलते हुए उन्होंने कहा कि
“हर किसी ने उनकी विकेटकीपिंग के उपर सवाल खड़े किए लेकिन मैंने ऐसा कभी भी नहीं किया। जब आप एक बच्चे को भारत में खेलने ही नहीं देंगे तो उसे सीखने का मौका कैसे मिलेगा। वैसे विदेश में खेलने भारत में खेलने के मुकाबले ज्यादा मुश्किल है। यह मेरी राय है, टर्निंग पिच पर हमेशा ही एक विकेटकीपर खेल में शामिल रहता है। हर किसी ने आज देखा कि वह क्या कर सकते हैं।”