वर्ल्ड कप 2011 में भारतीय पुरुष टीम के कोच रह चुके साउथ अफ्रीका के दिग्गज खिलाड़ी गैरी कर्स्टन ने भारतीय महिला टीम के कोच के लिए अप्लाई किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर अनुसार भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच के पद के लिए गैरी कर्स्टन ने आवेदन डाली है. खबर में यह भी लिखा है कि उन्हें यह जानकारी बीसीसीआई के किसी उच्च स्तरीय सदस्य ने दी है.
विवाद के वजह से कोच को दिया गया था हटा
आप को बता दें कि आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मिताली राज को प्लेइंग इलेवन में शामिल ना करने पर बवाल मच गया था। इसके बाद भारतीय कोच रमेश पोवार को उनके कार्यकाल खत्म होने के पहले ही कोच के पद से हटा दिया गया था. हालांकि टी20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और भारतीय टीम की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने पोवार को वापस टीम का कोच बनाए रखने के लिए बीसीसीआई को पत्र लिखा था.
कप्तान और उपकप्तान सबने किया है समर्थन
प्रशासकों की समिति (सीओए) के अध्यक्ष विनोद राय ने पीटीआई को बताया कि हरमनप्रीत और स्मृति ने पोवार को 2021 तक कोच बनाने का समर्थन किया है. पोवार का अंतरिम कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हुआ और बीसीसीआई पहले ही इस पद के लिए नए आवेदन मांग चुका है. पोवार दोबारा आवेदन करने के लिए स्वतंत्र हैं.
आगे बोलते हुए राय ने कहा कि हां, उन्होंने पत्र लिखा है कि वे चाहते हैं कि रमेश पोवार अपने पद पर बने रहें. हरमनप्रीत और स्मृति ने पोवार का कार्यकाल बढ़ाने का समर्थन किया है लेकिन पता चला है कि एकता बिष्ट और मानसी जोशी के अलावा एकदिवसीय कप्तान मिताली उन्हें दोबारा यह पद सौंपने के खिलाफ हैं.
इस पत्र में हरमनप्रीत ने कहा कि टी20 कप्तान और एकदिवसीय उप कप्तान के रूप में मैं आपसे अपील करती हूं कि पोवार को हमारी टीम के कोच के रूप में आगे भी बरकार रहने की स्वीकृति दी जाए. अगले टी20 विश्व कप में बामुश्किल 15 महीने और न्यूजीलैंड दौरे पर जाने के लिए एक महीना है. एक टीम के रूप में वे जिस तरह हमारे अंदर बदलाव लाए हैं उसे देखते हुए मुझे उन्हें बदलने का कोई कारण नजर नहीं आता.
बीसीसीआई के पदाधिकारियों को भी भेजे गए इस पत्र में हरमनप्रीत और स्मृति ने कहा है कि अगस्त में पोवार की पूर्णकालिक कोच के रूप में नियुक्ति के बाद से टीम में काफी सुधार हुआ है. हरमनप्रीत ने कहा कि सेमीफाइनल में हमारी हार दिल तोड़ने वाली थी और यह देखकर हमारी परेशानी और बढ़ गई कि आखिर कैसे हमारी छवि को नुकसान पहुंचाया गया.
उन्होंने आगे कहा कि रमेश पोवार सर ने ना सिर्फ खिलाड़ी के रूप में हमारे अंदर सुधार किया बल्कि हमें प्रेरित किया कि हम खुद को चुनौती देने के लिए लक्ष्य बनाएं. उन्हें तकनीकी और रणनीतिक रूप से भारतीय महिला क्रिकेट टीम के चेहरे में बदलाव किया. वह हमारे अंदर जीत की धारणा लेकर आए. हरमनप्रीत ने साथ ही दोहराया कि मिताली को बाहर करना टीम प्रबंधन का फैसला था.