कोलकता का ईडन गार्डन में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारतीय टीम और श्रीलंकाई टीम के बीच खराब रौशनी के कारण ड्रा हो गया है, हालाँकि एक समय भारतीय टीम जीत के काफी करीब थी और मात्र तीन विकेट ही भारतीय टीम को जीत के लिए चाहिए थे, लेकिन खराब रौशनी के कारण खेल रोक दिया गया और मैच को ड्रा घोषित कर दिया गया.
मैच के बाद बीसीसीआई टीवी को भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज के एल राहुल ने एक इंटरव्यू दिया है. जिसमे उन्होंने अपने पहले पारी में शून्य पर आउट होने से लेकर अपनी दूसरी पारी की शानदार 79 रन की इनिंग को लेकर बात कही है.
पहली पारी को भुलाकर मैदान में उतरा
के एल राहुल ने बीसीसीआई टीवी को दिये अपने बयान में कहा, “एक ओपनिंग बल्लेबाज होने के नाते हमेशा ये स्वीकार करना होता है, कि जब भी आपको इनिंग की शुरूआत में अच्छी गेंद मिलेगी, तो आप उसमे आउट हो सकते है और आपको वापस ड्रेसिंग रूम में जाना होता है, लेकिन आपको हमेशा एक सकरात्मक सोच रखनी होती है और दूसरी पारी में पहली पारी को भुलाकर अच्छा करने के लिए अपनी मजबूती से मैदान में उतरना होता है और यही मैंने भी किया.”
मैंने और शिखर धवन ने अपना बेस्ट दिया
के एल राहुल ने बीसीसीआई टीवी को दिये अपने बयान में आगे कहा, “मैंने अपनी दूसरी पारी में आक्रामक रुख अपनाने का सोचा और अपनी दूसरी पारी में आक्रामक शॉट लगाने लगा, मुझे ये मैसेज भी था, कि अब हमें अच्छा स्टार्ट चाहिए और एक अच्छा रन रेट भी हासिल करना है ऐसे में मैंने और शिखर धवन ने अपना बेस्ट दिया और अच्छा रन रेट बनाये रखने की कोशिश की बाद मैंने जिम्मेदारी से भी खेलना चाहा.”
चौथे दिन विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छा हो गया था
के एल राहुल ने बीसीसीआई टीवी को दिये अपने बयान में आगे कहा “चौथे दिन के खेल में विकेट बल्लेबाजी के लिए काफी अच्छा हो गया था. हाँ, लेकिन मेरे लिए यह थोड़ा दुर्भाग्य की बात रही, कि मैं अपने दूसरी पारी के रनों को शतक तब्दील नहीं कर पाया, लेकिन फिर भी कोई नहीं मैं अपनी पारी से खुश हूं मैंने अपना खेल का आनंद लिया आगे बहुत सीरीज व मैच आने वाले है मैं अब आगे शतक बनाने की पूरी कोशिश करूँगा.
मैं जब भी मैदान में उतरता हूं तो एक सकरात्मक सोच के साथ उतरता हूं और अपनी टीम के लिए ज्यादा से ज्यादा रनों का योगदान देने की कोशिश करता हूं.”
मैं, विजय और धवन तीनों अच्छे दोस्त
के एल राहुल ने बीसीसीआई टीवी को दिये अपने बयान में आगे कहा “मैं अपने समय का उपयोग अपने कड़ी मेहनत करके अपनी फिटनेस को अच्छी करने के लिए कर रहा हूं और मुझे पता है, कि आगे बहुत से अवसर मैदान में मुझे खेलने को मिलने वाले है.
मैं हमेशा अपने आप को मोटीवेड रखने की कोशिश करता हूं और मिले हुए अवसरों का फायदा उठाने की कोशिश करता हूं. मैं जानता हूं कि टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है मुरली विजय जैसे शानदार खिलाड़ी को भी बाहर बैठना पड़ रहा है.
टीम पर प्रतिस्पर्धा तो है, लेकिन मैं शिखर और विजय तीनों ही अच्छे दोस्त है और हम तीनों ही आने वाली चुनौतियों के बारे में व अपने गेम को लेकर एक-दुसरे से आपस में बात करते रहते है. इसमें कोई शक नहीं है, कि हम तीनों ही अच्छे दोस्त है, लेकिन प्रतिस्पर्धा अपनी जगह है.
मैं हमेशा अपने शॉट विकेट व परिस्थितियों को देखकर खेलता हूं और विकेट से जल्द से जल्द सामंजस्य बैठने की कोशिश करता हूं. अगर विकेट चैलंजिंग है तो मैं उसमे ज्यादा से ज्यादा शॉट खेलने की कोशिश करता हूं, क्योंकि ना जाने कब कोई अच्छी गेंद आपको आउट कर दे. मेरे लिए अच्छा था, कि मुझे दूसरी पारी के शुरूआत में कुछ हाफफोर्ली गेंद मिली. जिसमे मैं आसानी से अपने शॉट खेल सकता था और फील्डिंग भी काफी डिफेंसिव थी काफी फील्डर बाउंड्री पर थे, इसलिए मैं आसानी से बिना डरे अपने शॉट खेल रहा था.”
वीडियो ऑफ़ द डे